
अखिल सोनी-इंदौर। सोने की कीमतों में एक बार फिर तेजी देखने को मिलने लगी है। करीब दो महीने बाद सोने का भाव वहीं आ गया है, जहां से टूटना शुरू हुआ था। वर्तमान में 24 कैरेट सोने का भाव 74300 रुपए प्रति दस ग्राम है, जो उच्च स्तर पर पहुंच गया है। केंद्रीय बजट में कस्टम ड्यूटी घटाने की घोषणा भी सोने की कीमतों को लंबे समय तक नीचे नहीं रोक पाईं और बजट के 20 दिन बाद ही सोने ने ऊपर का रुख कर लिया। सराफा व्यापारियों का कहना है कि सोने में मंदी न पहले थी और न आगे है।
जहां से गिरा वहीं आकर फिर खड़ा हुआ
सोने की चाल पर नजर डालें तो 3,300 रुपए की घट-बढ़ के बाद सोना दो महीने से भी कम समय में वापस उसी स्तर पर आ गया है, जहां से वह टूटना शुरू हुआ था। 19 जुलाई को सोना 74,200 रु. था और 14 सितंबर को भाव वापस 74,300 रुपए हो गया है।
बजट में की गई घोषणा का कितना दिखा असर
23 जुलाई को केंद्र सरकार का बजट पेश हुआ था। इस बजट में सोने और चांदी पर कस्टम ड्यूटी 15 से घटाकर 9% कर दी थी। इसका असर यह हुआ कि सोना एक ही दिन में करीब 2,900 रुपए टूटकर 71,300 रुपए प्रति 10 ग्राम की दर पर आ गया। इस गिरावट के करीब एक सप्ताह बाद सोने के दाम 400 रुपए फिर टूट गए और भाव जुलाई और अगस्त के सबसे निम्न स्तर यानी 70,900 रुपए पर आ गया। कारोबारियों का कहना है कि फेस्टिवल सीजन शुरू हो गया है। ऐसे में सोने की मांग बढ़ेगी, इसलिए दाम कम होना मुमकिन नहीं है।
अमेरिका का केंद्रीय बैंक ब्याज दर में कटौती कर सकता है। इसी को देखते हुए भी सोने की कीमत बढ़ी है। सोने में मंदी बिल्कुल नहीं है। – सुरेंद्र मेहता, जनरल सेक्रेटरी, इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन
सोना निवेशकों के लिए सबसे अच्छा व सुरक्षित निवेश है। निवेशकों ने सोने में इन्वेस्टमेंट शुरू कर दिया है और बाजार में भी सोने की मांग त्योहारी सीजन के कारण बढ़ने लगी है। यही कारण है कि सोने में फिर तेजी आई है। – अनिल रांका, अध्यक्ष, सराफा एसोसिएशन इंदौर