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इंदौर: फिल्मी स्टाइल में किया था बिजनेसमैन को किडनेप लेकिन चंगुल से कैसे बच निकला व्यापारी, जानिए पूरी कहानी

इंदौर। खजराना थाना क्षेत्र के मंडी व्यापारी के अपहरण मामले में सोमवार देर रात पुलिस द्वारा जहां अपहरण किए गए व्यापारी को पुलिस सकुशल इंदौर लेकर आ गई है। वहीं इस घटना में उस्मान नामक एक व्यापारी से फरियादी का लेनदेन था। इसमें फरियादी और अपहरण करने वाले आरोपी के बीच 3 लाख रुपए के लेन-देन की बात सामने आई है। वहीं अपहरण कर आरोपी इंदौर के व्यापारी को भोपाल के खानू गांव लेकर गए थे, जहां उसे एक कमरे में बंद कर रखा था।

सुनसान इलाका होने के कारण अपहरणकर्ता रास्तों पर नजर रखे हुए थे। वर्दी में कुछ पुलिस वाले को देखकर वह पीछे के दरवाजे से भागकर इंदौर की ओर निकले। वहीं पुलिस द्वारा सीहोर टोल नाके के पास इंदौर आ रही गाड़ी में व्यापारी को सकुशल बरामद किया।

लाल घेरे में व्यापारी।

ऐसे हुआ पूरे मामले का खुलासा

रविवार देर रात खजराना थाना क्षेत्र में पत्नी सैय्यद परवीन द्वारा अपने पति इरशाद को कुछ अज्ञात व्यक्तियों द्वारा अपहरण किए जाने की सूचना दी गई। पुलिस जब मौके पर पहुंची तो वहां पर कॉलोनी के गार्ड सलाउद्दीन शेख द्वारा कुछ अज्ञात बदमाशों द्वारा अपहरण की जानकारी बताई गई। इस पूरी घटना में अपहरणकर्ता व्यापारी की आई-20 गाड़ी से ही उसे अपहरण करके ले गए थे। पुलिस ने टोल नाकों के सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू किए, जहां सीहोर के टोल नाके पर उन्हें गाड़ी देर रात 3:00 बजे के लगभग भोपाल की ओर जाते हुए दिखी। पुलिस द्वारा 4 सदस्य टीम को गठित किया गया था जो कि इस पूरे अपहरण कांड में लगी हुई थी।

पत्नी से कहा- आष्टा तक आया हूं, चिंता मत करना

इस अपहरण के मामले में देवेंद्र यादव, लोकेंद्र, शशांक चौधरी प्रशांत, एएल गवरी को इस मामले के लिए लगाया गया। पुलिस द्वारा इंदौर से भोपाल के लिए टीम रवाना किया गया। सीहोर टोल नाके से जैसे ही आई-20 गाड़ी भोपाल की ओर जाने की पुलिस को सूचना मिली। पुलिस की टीम भोपाल के लिए निकल पड़ी। भोपाल जाने के बाद पुलिस इंतजार कर रही थी कि व्यापारी इरशाद का मोबाइल यदि चालू हो जाता है तो टावर लोकेशन से पुलिस को काफी कुछ जानकारी मिल जाएगी। तब ही सोमवार सुबह इरशाद ने अपनी पत्नी को फोन लगाकर यह जानकारी दी कि वह आष्टा आया हुआ है और किसी व्यापारी को वह माल दिलाने यहां आया है। तुम चिंता मत करना।

सीहोर टोल नाके का CCTV फुटेज।

भोपाल के व्यापारी के साथ मिली थी लोकेशन

दूसरी ओर परिवार द्वारा भोपाल के एक व्यापारी उस्मान का नाम सामने आया, जहां उस्मान लगातार इरशाद के साथ व्यापार का लेनदेन करता रहता है। दोनों का उधार लेनदेन चलता है। इरशाद के भाई के पास उस्मान का भी नंबर मिला और दोनों की जब टावर लोकेशन निकाली गई तो वह एक साथ में थी। पुलिस अब ठोस नतीजे पर पहुंच चुकी थी कि इरशाद और उस्मान एक साथ ही है। दोनों की टावर लोकेशन भोपाल के समीप खानू गांव में मिली।

पुल के नीचे था मकान, इसलिए आ रही थी दिक्कत

पुलिस सोमवार दोपहर तक खानू गांव की सर्चिंग कर रही थी, जहां पर एक पुल के नीचे आरोपी उस्मान का मकान था। लेकिन, सही लोकेशन नहीं मिलने के कारण पुलिस के जवान लगातार गांव में सर्चिंग कर रहे थे। तभी उस्मान को यह जानकारी लग गई कि पुलिस पहुंच चुकी है। घटना की जानकारी लगने के बाद अब वह जल्द गिरफ्तार हो जाएगा। वहीं पुलिस को देख उस्मान ने व्यापारी इरशाद को गाड़ी में बिठाया और वह इंदौर की ओर निकल गया। पुलिस लगातार इस मामले को गंभीरता से लेते हुए टावर लोकेशन निकाल रही थी। इंदौर पुलिस को फिर से लोकेशन मिली कि व्यापारी इंदौर की ओर जा रहा है, जहां पर सीहोर टोल नाके पर उन्होंने पहले से ही इंतजाम कर दिया था।

गाड़ी व्यपारी मिला, आरोपी फरार हो गए

इंदौर की ओर आ रहे व्यापारी इरशाद कि मोबाइल लोकेशन लगातार पुलिस ट्रेस कर रही थी। सीहोर के यहां टोल नाके पर गाड़ी नंबर दे दिए गए थे कि यह गाड़ी के नंबर दिखते ही इसे टोल क्रॉस नहीं करने दिया जाए। सीहोर गाड़ी पहुंचते से ही पुलिस ने पीछे से आकर इरशाद को बरामद किया, लेकिन वह गाड़ी में अकेला था। उस्मान फरार हो चुका था। वही पुलिस द्वारा अब उस्मान व उसके अन्य साथियों की तलाश की जा रही है।

(इनपुट – हेमंत नागले)

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