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‘पॉवर ऑफ IAS’ : जनसुनवाई में मिली मदद, दिव्यांग महिला इंदौर कलेक्टर से हुई इम्प्रेस, कहा- उन्हें देखकर जिंदगी भर नहीं भूल पाऊंगी

हेमंत नागले, इंदौर। इंदौर कलेक्टर जनसुनवाई में वैसे तो सैकड़ों की तादाद में रहवासी प्रत्येक मंगलवार को मदद की गुहार लगाने पहुंचते हैं, वहीं कुछ ऐसे भी लोग हैं जो कि दिव्यांग होते हुए भी कलेक्टर से कई अपेक्षाएं रखते हैं। मंगलवार को जनसुनवाई में कलेक्टर के समक्ष पहुंची एक दिव्यांग ने कलेक्टर से मिलने के बाद अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि मैं उन्हें कभी नहीं भूल पाऊंगी, उनके बारे में सुना है कि वह लोगों की मदद करते हैं। युवती की इस बात से आप उसकी खुशी का अंदाजा लगा सकते हैं।

अपने परिवार का भरण-पोषण करती हैं कोमल

कोमल व्यास ने मीडिया के सामने चर्चा करते हुए बताया कि वह कई समय से एक इलेक्ट्रॉनिक व्हीकल (गाड़ी) लेना चाह रही थी। जिससे कि वह नौकरी करने जा सके, लॉकडाउन के बाद से वर्क-फ्रॉम-होम अधिकतर सभी कंपनियों ने बंद कर दिया है और अब वर्क-फ्रॉर्म-ऑफिस चल रहा है। जहां कोमल अपने परिवार का भरण-पोषण करती हैं, लेकिन लंबे समय से ऑफिस से घर आने के लिए वह एक इलेक्ट्रॉनिक व्हीकल लेना चाहती थीं। लेकिन, उसकी कोई मदद नहीं कर पा रहा था। मध्यम वर्गीय परिवार होने के कारण घर का भरण-पोषण भी जरूरी था। जहां लगातार इंदौर कलेक्टर हर व्यक्ति की मदद कर रहे हैं और उनके बारे में सुनकर युवती इंदौर कलेक्टर जनसुनवाई में पहुंची और कलेक्टर से मिलने के बाद उसने अपनी खुशी भी जाहिर की।

‘कलेक्टर के बारे में जितना सुना, उससे भी अच्छे निकले’

मदद मांगने गई युवती का कहना था कि वह कलेक्टर जनसुनवाई में सुबह 10 बजे पहुंच गई थी, लेकिन अधिक भीड़ होने के कारण वह थोड़ी देर से मिल पाए। लेकिन, कलेक्टर सर से मिलने के बाद वह थैंकफूल है कि वह कलेक्टर से मिल पाई और उसकी जल्द मदद भी हो पाएगी। युवती ने यह भी कहा कि यह उसका लाइफ चेंजिंग मोमेंट है। उसकी जल्द जिंदगी भी बदल जाएगी। जहां एक और वह लिमिटेड लाइफ जी रही थी, वहीं अब वह खुलकर अपनी जिंदगी को जी पाएगी और अपने घर वालों के लिए कुछ कर पाएगी।

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