जबलपुरमध्य प्रदेश

भारी बारिश के बाद आखिरकार खोल दिए गए बरगी डैम के गेट, इस सीजन में पहली बार हुआ ऐसा

लोगों को नर्मदा के घाट व निचले इलाकों से दूर रहने की सलाह, प्रशासन द्वारा चेतावनी जारी

जबलपुर.  सीजन में यह पहला मौका है जब रानी अवंती बाई लोधी सागर परियोजना (बरगी डैम) के गेट खोले गए। शुक्रवार को शाम 7 बजे 21 स्पिल-वे गेटों में से 7 को आधा-आधा मीटर की ऊंचाई तक खोल दिया गया। गेटों से 19 हजार 282 क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है।

बरगी डैम में आ रहा इतना पानी

बरगी बांध (Bargi Dam) के कार्यपालन यंत्री अजय सूरे ने बताया कि शुक्रवार शाम 5 बजे तक बरगी बांध का जल स्तर 422.55 मीटर रिकार्ड किया गया था और बांध में 39 हजार 553 क्यूसेक पानी की आवक थी। बांध की अधिकतम क्षमता 422.76 मीटर है, इसी को देखते हुए बांध के गेट खोलने का फैसला लिया गया। जानकारी के मुताबिक स्पिल-वे गेट के अलावा इलेक्ट्रिकल टरबाइन यूनिट से भी 6 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है । इस तरह कुल मिलाकर बांध से 25 हजार 286 क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है।

सुबह 8 बजे दोपहर 12 बजे शाम 4 बजे रात 8 बजे
422.40 422.45 422.50 422.60
17 सितंबर को कुछ इस तरह बढ़ा बांध का जल स्तर

डैम के गेट खुलने से यहां बढ़ेगा जल स्तर

कार्यपालन यंत्री ने बताया कि बांध से 25 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने की वजह से निचले क्षेत्र व घाटों में डूब की स्थिति बन सकती है। ग्वारीघाट, तिलवाराघाट, भेड़ाघाट समेत तटीय इलाकों में तेजी से जल स्तर बढ़ेगा। ऐसे में स्थानीय लोगों को और डूब क्षेत्र में आने वाले लोगों ऐसे स्थानों से दूर जाने की अपील की है। प्रशासन ने भी इसे लेकर अलर्ट जारी कर दिया है।

अंधेरा हो जाने पर कुछ ऐसा दिखा डैम का नजारा

पहले मॉनसून की बेरुखी, अब राहत

अगस्त में जबलपुर में बादल उतने नहीं बरसे थे, जितने बरसने थे। जबलपुर संभाग में कम बारिश की वजह से बांध का जल स्तर अपने अधिकतम स्तर को नहीं छू पाया था। पर जाते-जाते जोरदार बारिश ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया और पिछले 24 घंटे में 4 इंच से ज्यादा बारिश दर्ज की गई। इसके बाद बांध का जल स्तर अपने एफआरएल लेवल के पास पहुंच गया और गेट खोल दिए गए। हालांकि, अभी भी बारिश का कोटा पूरा नहीं हुआ है, ऐसे में जाते हुए मॉनसून से अब भी उम्मीदें हैं।

 

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