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Umaria News : बच्ची को बचाने तेंदुए से भिड़ गई नानी, जबड़े में दबी मासूम को जान पर खेलकर बचाया

उमरिया। मध्य प्रदेश के उमरिया जिले से हैरान कर देनी वाली खबर सामने आई है। जहां बच्ची को बचाने के लिए उसकी नानी तेंदुए से भिड़ गई। इतना ही नहीं नानी ने जान पर खेलकर आदमखोर तेंदुए से अपनी 5 साल की नातिन को बचा लिया। तेंदुए के हमले में दोनों को बुरी तरह से घायल कर दिया, लेकिन बच्ची को नहीं ले जा पाया। ये घटना बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व (Bandhavgarh Tiger Reserve) के पनपथा बफर जोन के ग्राम बेल्दी की है।

तेंदुए के दांत और पंजे से गहरे घाव

दरअसल, ये मामला बांधवगढ़ टाइगर के पास एक गांव में हुआ है। यहां रात को अंधेरे में चोरी छिपे एक तेंदुआ शिकार करने के लिए घर के अंदर घुस आया आया। घर में सोती हुई 5 साल की बच्ची को मुंह से उठाकर ले जाने लगा, तभी रोने की आवाज सुनकर परिजन जाग गए। तेंदुए के जबड़े में मासूम को देखकर सबकी सांसें अटक गई। वहीं मुन्नी बाई ने जब नातिन को देखा तो अपनी जान की परवाह किए बिना तेंदुए से भिड़ गई। संघर्ष के दौरान महिला के शरीर पर तेंदुए के दांत और नुकीले पंजे से गहरे घाव हो गए। वहीं घटना में बच्ची के सिर में दाएं तरफ तेंदुए के नाखून लगने से घायल हो गए।

बच्ची को तेंदुए ने जबड़े में दबोचा और…

इस घटना के संबंध में डिप्टी रेजर केके कचेर ने बताया कि बीट पनपथा बेल्दी 156 क्रमांक में मंगलवार की देर रात लगभग 12:00 के आसपास निशा पिता लल्ला यादव (5) को तेंदुए ने जबड़े में दबोच लिया था। नानी ने तेंदुआ से संघर्ष कर उसके जबड़े से बच्ची को छीनकर किसी तरह दोनों की जान बचाई। जब घर के आंगन में नानी मुन्नी बाई (50) अपनी नातिन निशा (5) और राशि (3) व रियांक (1) के साथ सो रही थी। तभी तेंदुआ घर में घुस आया। जैसे ही वो बच्ची को लेकर भागने ही वाला था कि बच्ची की रोने की आवाज सुन परिजन जाए गए और तुरंत बच्ची के पास भागे। तेंदुआ ने हमला कर बच्ची और नानी को खून से लथपत कर दिया, वहीं घर के लोगों ने शोर मचाकर तेंदुआ को भगाया फिर रात 1 बजे मानपुर अस्पताल में इलाज के लिए दोनों को लाया गया। हालत गंभीर होने पर दोनों को जिला अस्पताल रेफर किया गया।

दोनों ICU में भर्ती

डॉ. सिविल सर्जन केसी सोनी ने बताया कि घायल निशा और मुन्नी बाई को गहन चिकित्सा कक्ष (ICU) में रखा गया है। बच्ची उसकी नानी खतरे के बाहर है। यदि हालात कुछ गड़बड़ होती है तो उच्च स्तरीय इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज जबलपुर रेफर किया जाएगा।

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