
भारत सरकार ने रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान को नया चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) नियुक्त किया है। रक्षा मंत्रालय की ओर जारी जानकारी के मुताबिक, वह भारत सरकार के सैन्य मामलों से जुड़े विभाग के सचिव के रूप में भी कार्य करेंगे। पूर्व सीडीएस जनरल बिपिन रावत के हेलीकॉप्टर क्रैश में निधन के बाद 9 महीनों से देश का यह सबसे बड़ा सैन्य पद खाली था, जिसकी जिम्मेदारी अब रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान को सौंपी गई है। चौहान देश के दूसरे CDS होंगे।
अजब संयोग, देश के दूसरे सीडीएस भी पौड़ी जिले से
देश के नए सीडीएस लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान (सेवानिवृत्त) मूल रूप से उत्तराखंड के पौडी जिले के रहने वाले हैं। उनकी शिक्षा-दीक्षा कोलकाता में हुई और वर्तमान में उनका परिवार भी वहीं रह रहा है। चौहान के रूप में देश को उत्तराखंड से दूसरा सीडीएस मिला है। इससे पहले सीडीएस दिवंगत बिपिन रावत भी उत्तराखंड के पौड़ी जिले निवासी थे। संयोग है कि देश के दूसरे सीडीएस भी इसी जिले से हैं।
40 वर्षों से अधिक के करियर में कई कमांड संभाले
रक्षा मंत्रालय की ओर जारी दी गई जानकारी के अनुसार, वह भारत सरकार के सैन्य मामलों से जुड़े विभाग के सचिव के रूप में भी कार्य करेंगे। रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान की गोरखा राइफल से सेना में एंट्री हुई थी। वह पीओके में बालाकोट स्ट्राइक की प्लानिंग में भी शामिल थे और पिछले साल ही रिटायर हुए हैं। रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान अपने लगभग 40 वर्षों से अधिक के करियर में कई कमांड संभाले हैं। उन्हें जम्मू-कश्मीर और उत्तर-पूर्व भारत में आतंकवाद विरोधी अभियानों में व्यापक अनुभव भी है।

गोरखा राइफल से सेना में हुई थी एंट्री
उल्लेखनीय है कि18 मई 1961 को जन्मे लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान 1981 में भारतीय सेना की 11 गोरखा राइफल्स में भर्ती हुए थे। वह नेशनल डिफेंस अकेडमी, खडकवासला और इंडियन मिलिट्री अकेडमी, देहरादून के पूर्व छात्र हैं। मेजर जनरल के रैंक के अधिकारी ने उत्तरी कमान में महत्वपूर्ण बारामुला सेक्टर में एक इन्फैंट्री डिवीजन की कमान संभाली थी। बाद में लेफ्टिनेंट जनरल के रूप में उन्होंने उत्तर पूर्व में एक कोर की कमान संभाली। इसके बाद वह सितंबर 2019 से पूर्वी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ बने और 31 मई 2021 में रिटायर हुए।
अनिल चौहान को मिल चुके हैं कई सम्मान
लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान ने सेना से रिटायर होने के बाद भी उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा और रणनीतिक मामलों में योगदान देना जारी रखा। सेना में उनकी विशिष्ट और शानदार सेवा के लिए, लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान (सेवानिवृत्त) को परम विशिष्ट सेवा पदक, उत्तम युद्ध सेवा पदक, अति विशिष्ट सेवा पदक, सेना पदक और विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया है।
देश के पहले CDS का निधन हेलीकॉप्टर क्रैश में हुआ था
बता दें कि तमिलनाडु के कुन्नूर में 1 दिसंबर 2021 को दोपहर करीब 12 बजकर 20 मिनट पर जलरल विपिन रावत का हेलीकॉप्टर क्रैश में निधन हो गया था। 8 दिसंबर 2021 को जनरल बिपिन रावत की मौत की खबर ऑफिशियल हुई थी। वे देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ, यानी CDS थे। उसमें जनरल रावत की पत्नी मधुलिका रावत समेत सेना के 14 लोग सवार थे। इस हादसे में 14 लोगों की मौत हुई थी।
हादसे में इन लोगों की हुई मौत
हादसे का शिकार हुए Mi-17 V5 हेलीकॉप्टर में जनरल रावत, उनकी पत्नी के अलावा 12 लोग और थे। चॉपर में ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, विंग कमांडर पीएस चौहान, स्क्वॉड्रन लीडर के सिंह, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार, लांस नायक बी. साई तेजा, जूनियर वारंट ऑफिसर दास, जूनियर वारंट ऑफिसर ए प्रदीप और हवलदार सतपाल सवार थे। इन सभी की मौत हो गई।