
भोपाल। भारत निर्वाचन आयोग ने चुनाव शिकायतों के लिए सी-विजिल ऐप बनाया है। इसमें आचार संहिता से जुड़ी शिकायतों के वीडियो और फोटो डाले जा सकते हैं पर कुछ लोग इसका गलत उपयोग कर रहे हैं। शिकायत की जगह पर लोग इस ऐप में सेल्फी, रील्स, और बाजार में सामग्री खरीदते हुए फोटो और वीडियो डाल रहे हैं। लोकसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लागू होने के बाद से अब तक इस ऐप पर 4000 से अधिक शिकायतें आ चुकी हैं और इनमें से 500 से ज्यादा शिकायतें इसी तरह की हैं। इसके अलावा अन्य शिकायतें चुनाव आचार संहिता से जुड़ी नहीं पाई गई थीं।
परेशानी ये : इस तरह की शिकायतों से आयोग से जहां वक्त खराब होता है वहीं राज्य में हुई शिकायतों का ग्राफ अन्य राज्यों की तुलना में बढ़ता है। दरअसल ऐप में की गई शिकायतों को आयोग को 100 मिनट में निराकरण करना होता है। ऐसे वीडियो और फोटो पर कर्मचारियों को लिखना पड़ता है कि ये कार्रवाई योग्य नहीं हैं।
ढाई हजार से अधिक शिकायतों का निराकरण
मप्र में अब तक चार हजार 4132 शिकायतें की गई हैं। 2652 शिकायतों पर कार्रवाई की गई है। 550 शिकायतें ऐसी शिकायतें थी जिसमें वीडियो और अन्य तरह के फोटो डाले गए।
इन उदाहरणों से समझिए लोग कैसे डाल रहे वीडियो
- हरदा जिले की पिंकी गुर्जर (बदला हुआ नाम)ने सी-विजिल ऐप में सेल्फी डाली है। इन्होंने एक ही दिन में तीन अलग अलग तरह से खुद और बाजार का फोटो डाला। इन्होंने विषय में आचार संहिता उल्लंघन का उल्लेख किया। इसी जिले के प्रियंका बघेल (बदला हुआ नाम) ने अपने फोटो ऐप में अपलोड करते हुए विषय में शराब वितरण लिखकर शिकायतें की।
- भोपाल के रहने वाले मुजीव आलम (बदला हुआ नाम) ने अपने फोटो और वीडियो सी-विजिल ऐप में डालकर शिकायतें की। दूसरी शिकायत में इन्होंने बाजार का वीडियो बनाकर डाला ।
- धार मनावर की काजल (बदला हुआ नाम) ने सेल्फी और वीडियो डाल कर सी-विजिल ऐप में शिकायत की।
- कटनी से गुमनाम एक शिकायत की गई, जिसमें रोड की फोटो और वीडियो अपलोड किया गया। ऐप में बताया कि यह आचार संहिता उल्लंघन है।
सी विजिल ऐप पर इस तरह के फोटो और वीडियो आते हैं, उन पर कार्रवाई योग्य नहीं लिख कर क्लोज कर दिया जाता है। -अनुपम राजन, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मप्र