
नई दिल्ली। आय के हिसाब से पंजाब और हरियाणा के किसान देश में सबसे अमीर हैं। राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) और अखिल भारतीय ग्रामीण वित्तीय समावेशन सर्वेक्षण की रिपोर्ट के मुताबिक, 2016-17 में पंजाब के किसानों की मासिक आय 23,133 रुपए थी, जो 2021-22 में बढ़कर 31,433 रुपए हो गई है। ये देश के किसी भी राज्य में किसानों की सबसे ज्यादा आय है। हरियाणा में 2016-17 से लेकर 2021-22 के दौरान कृषि परिवारों की औसत मासिक आय 18,496 रुपये से लगभग 40 प्रतिशत बढ़कर 25,655 रुपये हो गई है।
किसानों की सर्वाधिक आय के मामले में हरियाणा देश में दूसरे नंबर पर है। तीसरे नंबर पर केरल है। जहां के किसानों की 2016-17 में मासिक आय 16,927 रुपए थी, जो 2021-22 में बढ़कर 22,757 रुपए हो गई है। इसके बाद महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु और कर्नाटक हैं। बता दें, आय में वृद्धि सभी राज्यों में समान रूप से नहीं देखी गई। कुछ राज्यों में जहां आय में बड़ी वृद्धि देखी गई, वहीं कम से कम चार राज्यों की मासिक आय 10,000 रुपए से नीचे रही।
बिहार सबसे पिछड़ा राज्य, झारखंड-त्रिपुरा भी हैं पीछे
झारखंड, त्रिपुरा, ओडिशा और बिहार ऐसे राज्य हैं, जहां कृषि परिवारों की मासिक आय बढ़ी तो है, लेकिन ये अभी भी 10,000 रुपए से कम है। बिहार सबसे पिछड़ा हुआ है। यहां 2016-17 में मासिक आय 7,175 रुपए थी, जो 2021-22 में 9,252 रुपए हो गई है। 2016-17 में उत्तर प्रदेश सबस कम आय वाला राज्य था। इसके अलावा झारखंड में मासिक आय 9,787 रुपये, त्रिपुरा में 9,643 रुपये और ओडिशा में 9,290 रुपए है।
आंध्र प्रदेश के किसानों की मासिक आय सबसे ज्यादा बढ़ी
नाबार्ड की रिपोर्ट के मुताबिक, आंध्र प्रदेश के किसानों की मासिक आय सबसे ज्यादा 78 प्रतिशत बढ़ी है। यहां के किसानों की आय 2016-17 में 6,920 रुपए थी, जो 2021-22 में 12,294 रुपए हो गई है। इसके बाद तमिलनाडु में 71 प्रतिशत, सिक्किम में 68 प्रतिशत और महाराष्ट्र में 68 प्रतिशत आय बढ़ी है। कम से कम 10 राज्य ऐसे हैं, जहां मासिक आय में राष्ट्रीय औसत से भी ज्यादा बढ़ोतरी हुई है।
कृषि परिवारों की औसत मासिक आय 5 साल में 53% बढ़ी
रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में कृषि परिवारों की औसत मासिक आय पिछले 5 साल में 53 प्रतिशत बढ़ी है। ये 2016-17 में 8,931 रुपये से बढ़कर 2021-22 में 13,661 रुपए हो गई है। हालांकि, आय में वृद्धि हर राज्य के हिसाब से अलग-अलग है। कई राज्यों में मासिक आय में शानदार उछाल देखा गया है, लेकिन अब भी कम से कम 4 राज्य ऐसे हैं, जहां मासिक आय 10,000 रुपए से भी कम है।