
भोपाल। मध्य प्रदेश में साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं, जिसको लेकर चुनाव आयोग ने तैयारियां पूरी कर ली है। बुधवार को राजधानी भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में निर्वाचन आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई। जहां मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि इस बार दिव्यांगों और बुजुर्गों को घर से वोटिंग करने की सुविधा मिलेगी। प्रदेश में मतदाता की कुल संख्या 5.52 करोड़ है। 18.86 लाख वोटर 18 से 19 वर्ष के हैं, जो पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आयोग के पदाधिकारियों ने तीन दिनों तक अलग-अलग स्तरों पर बैठकें की, इसके साथ ही तैयारियों की समीक्षा भी की गई। इस दौरान निर्वाचन आयुक्त अनूप चंद्र पांडेय और अरुण गोयल भी प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद रहे।
4 अक्टूबर को जारी होगी फाइनल वोटर लिस्ट
मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए फाइनल वोटर लिस्ट 4 अक्टूबर को जारी होगी। 11 सितंबर तक इसमें नाम जुड़वाए जा सकते हैं।
महिलाओं पर खास फोकस
मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि इस बार चुनाव आयोग वोटिंग में फीमेल पार्टिसिपेशन बढ़ाने पर खाल फोकस कर रहा है। 5 हजार पोलिंग बूथ महिलाएं मैनेज करेंगी, बता दें कि यहां सुरक्षाकर्मी भी महिलाएं ही रहेंगी।
दिव्यांगों, बुजुर्गों को घर से वोटिंग करने की सुविधा मिली
प्रदेश के 12 लाख मतदाताओं को निर्वाचन आयोग घर से मतदान करने की सुविधा देगा। इसमें 80 वर्ष से अधिक आयु वाले और दिव्यांग मतदाता शामिल होंगे। इन्हें इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए फार्म 12 डी भरकर चुनाव की अधिसूचना जारी होने के पांच दिन के भीतर भरकर निर्वाचन अधिकारी को देना होगा।
इस एप के जरिए कर सकेंगे शिकायत
निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि चुनाव आयोग के cVIGIL नाम के मोबाइल एप के माध्यम से कोई भी शिकायत कर सकता है। इसके लिए मोबाइल से फोटो या टेक्स्ट मैसेज करना होगा, जिसकी लोकेशन कंट्रोल रूम पर देखी जा सकेगी। इस दौरान प्रलोभन देने-लेने की सूचना हो या फिर शराब के लिए पैसे बांटने समेत अन्य शिकायतें… सभी इस एप पर दर्ज की जा सकेंगी। 15 मिनट में टीम पहुंच जाएगी। बता दें कि शिकायतकर्ता का नाम गोपनीय रखा जाएगा।
मुख्य बिंदु
- मध्य प्रदेश में कुल मतदाता की संख्या 5 करोड़ 52 लाख।
- वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगों के लिए घर से वोटिंग करने के विशेष इंतजाम।
- करीब 50% से ज्यादा पोलिंग बूथ पर वेब कास्टिंग की जाएगी।
- 230 विधानसभाओं में एक-एक AERO नियुक्त किए जाएंगे।
- इस बार कुल 64,523 मतदाता केंद्र होंगे।
- 15 हजार आदर्श मतदान केंद्र बनाए जाएंगे।
- 6,920 मतदान केंद्रों पर महिलाओं की वोटिंग पुरुषों के मुकाबले 10% या इससे भी कम रही थी। इसे बढ़ाने के लिए खास प्रयास किए जाएंगे। हर बूथ पर औसत 843 वोटर होंगे।