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देश में दवा कारोबार तीन माह में 2 लाख करोड़ तक पहुंचा, 9 हजार करोड़ का मध्यप्रदेश में

इंडियन फार्मा मार्केट की एक निजी कंपनी की हालिया रिपोर्ट में हुआ खुलासा

भोपाल। मौसम बदलने के साथ बीमारियों का पैटर्न भी बदल गया है। वायरल, बदन दर्द के साथ सांस के मरीजों की संख्या बढ़ी है। इसका असर दवा बाजार पर भी पड़ा है। पिछले तीन महीने (अप्रैल, मई, जून) में प्रदेश का दवा बाजार 11 फीसदी बढ़कर 9014.1 करोड़ पहुंच गया है। इस अवधि में देश में कुल कारोबार 2 लाख करोड़ है। इसमें बड़ा हिस्सा दर्द निवारक और रेस्पीरेटरी दवाओं का है।

इंडियन फार्मा मार्केट पर काम करने वाली एक निजी कंपनी की जून 2023 के मार्केट फीडबैक पर जारी हालिया रिपोर्ट के अनुसार, तीन महीने में दर्द निवारक और बुखार की दवाओं का बाजार 12.44 फीसदी बढ़कर 1322 करोड़ और रेस्पीरेटरी का कारोबार 13.5 फीसदी बढ़कर 1010 करोड़ हो गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस मौसम में वायरल, दमा के साथ बैक्टीरियल इंफेक्शन के मामले बढ़ जाते हैं। इनमें 80 फीसदी मरीज सामान्य दर्द निवारक दवाओं से ठीक हो जाते हैं।

मौसमी बीमारियों से बनती है यह स्थिति 

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के मुताबिक, अन्य मौसम की तुलना में इस सीजन में मौसमी बीमारियां ज्यादा होती हैं। जनरल ओपीडी भी 30 से 35 प्रतिशत तक बढ़ जाती हैं। सितंबर अक्टूबर तक यही स्थित रहने की उम्मीद है। हालांकि, कार्डियक, कैंसर जैसी बीमारियों के मरीजों पर इस मौसम का असर नहीं होता।

इस मौसम में स्वास्थ्य पर अधिक ध्यान दे रहे लोग

ऑल इंडिया केमिस्ट एसोसिएशन के महासचिव राजीव सिंघल कहते हैं कि दो से तीन महीने बिक्री ऐसी ही रहेगी। स्वास्थ्य पर अधिक ध्यान देने से लोगों का इम्यून सिस्टम भी मजबूत हुआ है। गांधी मेडिकल कॉलेज के एसोएिसट प्रोफेसर डॉ. पराग शर्मा बताते हैं कि बारिश के मौमस में लोगों को सजग रहना चाहिए। इस मौसम में कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोग जल्दी बीमारी की जकड़ में आते हैं।

अस्पतालों की ओपीडी में पहुंचे हजारों लोग

मौसम में बदलाव के चलते सरकारी अस्पतालों में भी ओपीडी बढ़ गई है। हमीदिया अस्पताल में जून में 90 हजार से ज्यादा मरीज ओपीडी में पहुंचे। इनमें से आधे वायरल, सर्दीजुका म और सामान्य बीमारियों के मरीज थे। वहीं, जेपी अस्पताल में भी ओपीडी 70 हजार से ज्यादा रही। जेपी अस्पताल के अधीक्षक डॉ. राकेश श्रीवास्तव का कहना है कि इस मौसम में ओपीडी अक्सर बढ़ जाती है।

कार्डियक मेडिसिन मार्केट दवा बिक्री में नंबर वन

रिपोर्ट के मुताबिक, इस मौसम में भी दिल की बीमारियों की दवाओं की बिक्री टॉप पर रही। जून में कार्डियक मेडिसिन बाजार 2107.3 करोड़ रुपए का रहा। विशेषज्ञों का कहना है कि यह बीमारी लाइफ स्टाइल से जुड़ी है, इसलिए इस पर मौसम का असर ज्यादा नहीं होता।

भोपाल में 5.9 फीसदी की बढ़ोतरी

रिपोर्ट के मुताबिक, जून 2023 में भोपाल में 793 करोड़ रुपए की दवाओं की बिक्री हुई थी, जो अप्रैल 2023 के मुकाबले करीब 17.3 फीसदी ज्यादा थी। भोपाल केमिस्ट एसोसिएशन के मुताबिक, दवाओं का बाजार मौसम के साथ चलता है। जैसे कोरोना के तत्काल बाद दवा बाजार 10 फीसदी तक कम हो गया। इसकी वजह लोगों में सेहत के प्रति जागरुकता बढ़ना था।

जून में कारोबार की स्थिति

  • देश में 204,744.6 करोड़ (11.25 प्रतिशत बढ़ा)
  • प्रदेश में 9,014 करोड़ (11.1 प्रतिशत)
  • भोपाल में 793 करोड़ (17.3 प्रतिशत)
  • इंदौर में 1,041 करोड़ (21.5 प्रतिशत)

रीजनल बाजारों की स्थिति

  • नॉर्थ जोन 56,212.9 करोड़ (12.0 प्रतिशत)
  • साउथ जोन 54,559.9 करोड़ (11.0 प्रतिशत)
  • ईस्ट जोन 50,168.8 करोड़ (11.0 प्रतिशत)
  • वेस्ट जोन 43,802.9 करोड़ (8.0 प्रतिशत)

सर्दी-जुकाम, वायरल में लोग अक्सर डॉक्टर को दिखाए बिना ही दवाएं ले लेते हैं। इससे भी इन दवाओं की बिक्री बढ़ जाती है। बिना डॉक्टरी सलाह के दवाएं लेने से किडनी, लिवर में इंफेक्शन सहित अन्य समस्याएं भी हो सकती हैं। – डॉ. पीएन अग्रवाल वरिष्ठ श्वास रोग विशेषज्ञ

(इनपुट- प्रवीण श्रीवास्तव)

 

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