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अंगदान-देहदान को बढ़ावा देने के लिए शहर के डॉक्टर्स ने सुनाए फिल्मी नगमे

अंगदान और देहदान को समर्पित संस्था किरण फाउंडेशन के तत्वावधान में रविवार को संगीत संध्या का आयोजन किया। यह कार्यक्रम जेके अस्पताल के सभागार में शाम साढ़े चार बजे शुरू हुआ, जो शाम साढ़े सात बजे तक चला। इस संगीत संध्या की खास बात यह थी कि इस कार्यक्रम में शहर के नामचीन डॉक्टर्स ने गजल और गीतों की प्रस्तुति दी। संगीत संध्या की शुरुआत गायक संजीव शर्मा के गाए भजन तू प्यार का सागर है … जैसे गीतों से हुई। इस अवसर पर एम्स के डीन डॉ. राजेश मलिक, डॉ. ललित श्रीवास्तव व डॉ. मनोहर अगनानी उपस्थित थे। इस मौके पर डॉ. एके चौधरी, सुधीर श्रीवास्तव और रवि कन्नोजिया भी मौजूद रहे। कार्यक्रम में प्रख्यात सितार वादक स्मिता नागदेव व एक्टर-डायरेक्टर शायर राहुल शर्मा ने भी अपने प्रस्तुति दी। इस मौके पर उन परिजनों ने अपने अनुभव साझा किए जिनके परिवार के सदस्य दुनिया से जाते समय अपने अंगदान कर गए थे।

डॉक्टर्स ने दी स्व-रचित रचनाओं की प्रस्तुति

कार्यक्रम में चार कवियों डॉ. मधुलिका दीक्षित, अर्चना नायडू, अचला भार्गव और सीमा रानी ने अंगदान-देहदान से संबंधित स्वरचित रचनाएं प्रस्तुत की। कार्यक्रम की एक और विशेषता अंगदान- देहदान से संबंधित क्विज प्रतियोगिता रही, जिसका संचालन जयमाला व डॉ. उमेश पटेल ने किया। प्रतियोगिता में जीतने वालों को स्मृति चिह्न दिए गए। एमजीएम मेडिकल कॉलेज इंदौर डॉ. संजय दीक्षित के विचार भी कार्यक्रम में सुनाए गए। संजीव और पूनम शर्मा ने युगल गीत गाया और डॉ. स्वाति तिवारी ने सावन के गीतों की प्रस्तुति दी।

डॉक्टर्स ने बिखेरा अपनी आवाज का जादू

शिशु विशेषज्ञ डॉ. नरेश ग्रोवर ने मैंने तेरे लिए ही… गीत तो, किडनी विशेषज्ञ डॉ. संजय गुप्ता ने रुक जाना नहीं गीत गाया…, शिशु विशेषज्ञ डॉ. राकेश सुखेजा ने होश वालों को खबर क्या.. गजल और विमल भंडारी ने एक दिन बिक जाएगा गीत सुनाया। हमीदिया अस्पताल की नेत्र विशेषज्ञ डॉ. कविता कुमार ने सुरमयी आंखों में नन्हा मुन्ना गाकर… सभी को भावुक कर दिया। इनकी आवाज सुनकर श्रोता मंत्रमुग्ध हुए।

20 से 28 जुलाई तक लोगों को करेंगे जागरूक

अंगदान-देहदान करने वाले एवं इससे लाभान्वित परिवारों ने इस कार्यक्रम में शिरकत की। हम डॉक्टर्स का प्रयास रहा कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को जीवनदान देने के लिए आमजन को प्रेरित करें क्योंकि अंगदान से कईयों को जीवन बचा सकते हैं। हम 20 से 28 जुलाई तक हमीदिया हॉस्पिटल में इस बारे में लोगों को जागरूक करेंगे। -डॉ. कविता कुमार, आई स्पेशलिस्ट

संकल्प पत्र भरने वालों को भी किया आमंत्रित

कार्यक्रम में जिन परिवारों के परिवारजनों ने अंगदान व देहदान किया था, उन्हें इस मौके पर आमंत्रित किया गया। ऐसा इसलिए ताकि दूसरे लोग उन पुण्यात्माओं के परिजनों से मिल सकें जो जाते-जाते दूसरों को जीवनदान देकर गए। अंगदान व देहदान का संकल्प पत्र भरने वालों को भी बुलाया गया। -डॉ. राकेश भार्गव, प्रमुख, किरण फाउंडेशन

प्रेरणादायक रहा अहम विषय पर कार्यक्रम

वाकई यह आयोजन लोगों को प्रेरित करेगा कि बहुत सारे लोगों का जीवन अपने प्रयास से बचाया जा सकता है। संस्था सदस्यों के साथ अंगदान-देहदान को सामाजिक चेतना और आंदोलन का स्वरूप देने का संकल्प लिया। हम डॉक्टर्स इस तरफ प्रयास कर रहे हैं कि लोग इस बारे में ज्यादा जागरूक होकर दूसरों के काम आ सकें। गीत-संगीत के माध्यम से यह पहल की गई। ऐसे कार्यक्रम आगे भी निरंतर किए जाएगें। -डॉ. स्वाति तिवारी, माइक्रोबायोलॉजी एक्सपर्ट

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