भोपालमध्य प्रदेश

दोस्त ने किराए पर चलाने के लिए मांगी कार, मौका देखकर गाड़ी लेकर हुआ फरार

पहले तो दोस्त ने गार्ड का भरोसा जीत लिया और उसके बाद उसने मौका देखकर गाड़ी लेकर रफूचक्कर हो गया। अब न तो उसे किराया मिला और न ही गाड़ी।

भोपाल। राजधानी में दो कार को किराए से चलाने को लेकर हुआ सौदा एक दोस्त के लिए घाटे का साबित हुआ। दरअसल, सिक्योरिटी गार्ड का काम करने वाले ने अपने एक दोस्त को किराए से चलाने के लिए कार दी। पहले तो दोस्त ने गार्ड का भरोसा जीत लिया और उसके बाद उसने मौका देखकर गाड़ी लेकर रफूचक्कर हो गया। अब न तो उसे किराया मिला और न ही गाड़ी। सुरक्षा गार्ड ने इस मामले की शिकायत निशातपुर थाने में दर्ज करा दी है। पुलिस ने अमानत में यानत का प्रकरण दर्ज कर लिया है, हालांकि अभी तक कार को कोई पता नहीं चला है।

यह है पूरा मामला
निशातपुरा थाना पुलिस ने बताया कि जितेंद्र नाथ थाना क्षेत्र का रहने वाला है और एक प्रायवेट सिक्यूरिटी एजेंसी में गार्ड की नौकरी करता है। कुछ साल पहले उसने एक कार खरीदी है, लेकिन वह गार्ड की नौकरी के चलते कार का इस्तेमाल नहीं कर पा रहा था और कार घर में खड़ी रहती थी। कोरोना लॉकडाउन में ढील मिलने के बाद उसका पुराना दोस्त शक्ति तोमर का घर पर आना-जाना था। फरियादी ने कहा कि कोई व्यक्ति मिले तो मैं अपनी कार किराये पर दे दूं, अभी किसी ट्रेवल्स एजेंसी में भी काम नहीं मिल रहा है।

इतना सुनते ही शक्ति तोमर ने कहा कि जितना किराया मार्केट में मिलता हो, उतना किराया हमसे ले लो और कार हमें चलाने के लिए दे दो। हम कार को टैक्सी कोटे में चलाएंगे और मासिक किराया आपको देते रहेंगे। पुराना दोस्त होने के कारण फरियादी ने इसी साल जून में कार आरोपी शक्ति तोमर को चलाने के लिए दे दी। तोमर ने एक माह किराया दिया, इसके बाद कार लेकर चंपत हो गया। अब शक्ति तोमर न तो किराया दे रहा है और न ही कार लौटा रहा है। पुलिस ने इस मामले को दर्ज कर अमानत में खयानत का प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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