
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन देशों की यात्रा के दूसरे चरण में मंगलवार को डेनमार्क पहुंचे। कोपेनहेगन एयरपोर्ट पर पीएम मेटे फ्रेडरिकसन ने उनका स्वागत किया। इसके बाद पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री फ्रेडरिकसन के आवास पर ग्रीन स्ट्रैटजिक पार्टनरशिप और द्विपक्षीय संबंध जैसे मुद्दों पर बैठक की।
इन समझौतों पर किए दस्तखत
बैठक में दोनों देशों के ग्रीन स्ट्रैटजिक पार्टनरशिप में हुए विकास का रिव्यू किया। दोनों नेताओं ने स्किल डेवलपमेंट, क्लाइमेट, रिनुएबल एनर्जी, आर्कटिक, P2P संबंध जैसे मुद्दों पर बातचीत की। इस दौरान भारत और डेनमार्क के बीच साफ पानी, मछली पालन पर उन्नत केंद्र बनाने, कौशल विकास, माइग्रेशन और मोबिलिटी पर समझौते समेत कई करारनामों पर दस्तखत किए गए।
रूस-यूक्रेन जंग को लेकर हुई बातचीत
जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में पीएम मोदी ने रूस-यूक्रेन जंग को रोके जाने की अपील की। उन्होंने कहा कि डेनिश पीएम के साथ बैठक में उन्होंने इस युद्ध के मसले पर भी चर्चा की और दोनों देशों का यही मानना है कि रूस और यूक्रेन को बातचीत और कूटनीति के जरिए समस्या का समाधान करना चाहिए।
दोनों यात्राओं से हमारे संबंधों में निकटता आई : PM
पीएम मोदी ने कहा कि आपके खूबसूरत देश में मेरी ये पहली यात्रा है और अक्टूबर में मुझे आपका स्वागत करने का मौका मिला। इन दोनों यात्राओं से हमारे संबंधों में निकटता आई है। हमारे दोनों देश लोकतंत्र और कानून के शासन जैसे मूल्यों को तो साझा करते ही हैं, साथ में हम दोनों की कई पूरक ताकत भी हैं।
‘कई डेनिश कंपनियां भारत में काम कर रही हैं’
पीएम मोदी ने कहा कि 200 से अधिक डेनिश कंपनियां भारत में विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रही हैं। जैसे- पवन ऊर्जा, शिपिंग, कंसल्टेंसी, इंजीनियरिंग आदि। इन्हें भारत में बढ़ते ईज ऑफ डूइंग बिजनेस और हमारे व्यापक आर्थिक सुधारों का लाभ मिल रहा है।
वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा हुई
पीएम मोदी ने कहा कि आज हमने भारत-EU रिश्तों, इंडो-पैसिफिक और यूक्रेन सहित कई क्षेत्रीय तथा वैश्विक मुद्दों पर भी बातचीत की। हम आशा करते हैं कि भारत-यूरोपीय संघ मुक्त व्यापार समझौता पर नेगोशिएशन यथाशीघ्र संपन्न होंगे।