
रायसेन। मध्य प्रदेश के रायसेन के ऐतिहासिक किले के गेट नंबर 3 पर रविवार सुबह तेंदुए का शव बरामद किया गया। तेंदुए का शव किले के सीढ़ी मार्ग पर संदिग्ध हालत में मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। स्थानीय लोगों ने वन विभाग को इसकी सूचना दी। वहीं मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।
क्षेत्र में तेंदुए का मूवमेंट
जानकारी के अनुसार, वन विभाग ने इसकी पुष्टि की है और वन अमला घटना स्थल पर पहुंच गया है तथा कार्रवाई कर रहा है। यह क्षेत्र रायसेन के वार्ड नंबर एक में है। मृत अवस्था में तेंदुआ मिलने से लोगों में भय का वातावरण बन गया है। इस क्षेत्र में तेंदुए का मूवमेंट है और पहले भी जानवरों का शिकार किया जा चुका है।
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— Peoples Samachar (@psamachar1) September 17, 2023
पहले हो चुका बकरी और गाय का शिकार
वन विभाग की टीम जांच में जुट गई है। रायसेन किले के आसपास एक लंबे समय से तेंदुआ के घूमने के सूचना मिल रही थी। कुछ दिन पहले कई बकरी और गाय को शिकार बन चुका था। फिलहाल वन विभाग के अधिकारी पोस्टमार्टम करवाने की बात कह रहे हैं। पूरे क्षेत्र में डॉग स्क्वॉड से भी सर्चिंग कराई जा रही है।
नदी की रेत में मिला बाघ का शव।
इधर, बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में मिला बाघ का शव
उमरिया जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में शनिवार को एक बाघ मृत अवस्था में मिला है और उसकी गर्दन के ऊपर का हिस्सा गायब था। दरअसल, गश्ती दल को शुक्रवार रात 9 बजे पटेहरा बीट में बाघ का शव मिला था। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में बताया गया है कि बाघ की मौत 4 -5 दिन पहले होने का अनुमान है। बाघ का शव नाले में मिला और उस पर रेत जमा पाई गई। शव की स्थिति देखकर प्रतीत हो रहा है कि यह कहीं और से पानी के साथ बहकर आया है। बाघ की गर्दन के ऊपर का हिस्सा मौके पर नहीं मिला। इसमें कहा गया है कि सिर वाले भाग के पानी के साथ बह जाने की आशंका है और विभाग विशेष दल बनाकर नाले में इसकी खोज करवा रहा है।
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