चीन समेत देश के कई देशों में कोरोना का कहर बढ़ता ही जा रहा है। ऐसे में भारत सरकार भी सतर्क हो गई है और कई अहम कदम उठा रही है। सरकार ने पिछले तीन दिनों में तीन हाईलेवल मीटिंग कीं। आज से एयरपोर्ट्स पर विदेश से आने वाले यात्रियों की रैंडम टेस्टिंग शुरू होगी। इसके अलावा अब चीन समेत पांच देशों के यात्रियों के लिए RT-PCR टेस्ट अनिवार्य कर दिया गया है।
इन पांच देशों से आए यात्रियों के लिए टेस्ट जरूरी
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने कहा कि चीन, जापान, साउथ कोरिया, हांगकांग और थाईलैंड से आने वाले यात्रियों के लिए RT-PCR टेस्ट जरूरी होगा। इन देशों से आए किसी भी यात्री में अगर कोरोना के लक्षण पाए जाते हैं या टेस्ट पॉजिटिव पाया जाता है तो उन्हें तुरंत क्वारंटाइन किया जाएगा।
डॉ. मनसुख मांडविया ने कहीं ये बातें
- विदेश से आने वाला कोई भी शख्स यदि कोरोना पॉजिटिव पाया गया तो उसे क्वारंटाइन किया जाएगा।
- हवाई सफर करने वाले सभी यात्री पूरी तरह से वैक्सीनेडेट होने चाहिए।
- सभी यात्री फ्लाइट्स में और एंट्री प्वाइंट्स पर कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें।
- लोगों को मास्क लगाने के साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा।
- थर्मल स्क्रीनिंग में किसी यात्री में लक्षण पाए जाने पर उसे आइसोलेट कर इलाज दिया जाएगा।
- इंटरनेशल फ्लाइट्स के 2% यात्रियों की रैंडम सैंपलिंग की जाएगी।
देश के इन हवाईअड्डों पर जांच शुरू
दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, अहमदाबाद, पुणे, इंदौर और गोवा सहित विभिन्न हवाईअड्डों पर शनिवार सुबह से यात्रियों की आरटीपीसीआर जांच शुरू हो गई है।
भारत में बढ़े कोरोना के मामले
भारत में बीते 24 घंटों में कोरोना के 201 नए मामले सामने आए हैं, जो कि कल की तुलना में 38 अधिक हैं। देश में कोरोना के कुल मामलों की संख्या 4,46,76,879 हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, संक्रमण की दैनिक दर 0.15 प्रतिशत और साप्ताहिक दर 0.14 प्रतिशत दर्ज की गई है।
अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों के लिए गाइडलाइंस जारी
- सभी यात्री पूरी तरह से वैक्सीनेटेड होने चाहिए। यात्रा के दौरान और एयरपोर्ट पर सभी कोरोना गाइलान का पालन करें। मास्क पहनें और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।
- किसी भी यात्री में कोरोना के लक्षण पाए जाने पर उसे आइसोलेट किया जाएगा और ट्रीटमेंट दिया जाएगा।
- एंट्री फ्वाइंट पर सभी यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी। फ्लाइट से उतरते समय भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा।
- इंटरनेशल फ्लाइट्स के 2% पैसेंजर्स की रैंडम सैंपलिंग की जाएगी। इनका सिलेक्शन एयरलाइंस करेंगी। ये एयरपोर्ट से सैंपल देने के बाद ही जा सकेंगे।
- सैंपल पॉजिटिव निकलने पर उसे जिनोम सिक्वेंसिंग के लिए लैब में भेजा जाएगा। जिसके बाद यात्री को प्रोटोकॉल के हिसाब से आइसोलेट कर इलाज दिया जाएगा।
- अगर किसी यात्री में यात्रा से लौटने के बाद लक्षण दिखाई देते हैं तो वह नजदीकी हेल्थ सेंटर्स पर इसकी जानकारी देंगे।
- 12 साल तक के बच्चों को रेंडम सैंपलिंग में शामिल नहीं किया जाएगा। हालांकि, यात्रा के दौरान या उसके बाद लक्षण पाए जाने पर उनका प्रोटोकॉल के मुताबिक इलाज किया जाएगा।