
मप्र के रीवा जिले में रिश्वतखोर अधिकारियों पर लोकायुक्त ने कार्रवाई की है। बुधवार को रीवा लोकायुक्त ने सहकारी निरीक्षक और प्रभारी सीईओ सहकारी उपभोक्ता भण्डार को 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ा। दोनों अधिकारी सहकारी समिति घुरेहटा की वर्ष 2020-21 की ऑडिट कार्य के ऐवज में 20 हजार रुपए रिश्वत मांगी थी।
ये भी पढ़ें: नर्मदापुरम में लोकायुक्त की बड़ी कार्रवाई, CMHO और लेखापाल रिश्वत लेते पकड़ाए
20 हजार की मांगी थी रिश्वत
आवेदक अशोक कुमार तिवारी ने रीवा लोकायुक्त को शिकायत की थी कि सहकारी समिति घुरेहटा की वर्ष 2020-21 की ऑडिट काम के लिए आरोपी धीरेन्द्र सिंह सहकारी निरीक्षक कार्यालय सहायक आयुक्त सहकारिता विभाग रीवा द्वारा 20 हजार रुपए रिश्वत की मांग की गई थी। प्राप्त शिकायत का सत्यापन लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक रीवा गोपाल सिंह धाकड़ द्वारा कराया गया। जिसमें रिश्वत की मांग किया जाना सही पाया गया।
रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ दबोचा
शिकायत की जांच के बाद बुधवार को लोकायुक्त रीवा की टीम ने सहकारी उपभोक्ता भण्डार मर्यादित रीवा में ट्रेप की तैयारी है। जिसमें आरोपी उदयशंकर तिवारी ने रिश्वत के 10 हजार रुपए लेकर आरोपी धीरेन्द्र सिंह से फोन पर बात की गई। इसके बाद उनके कार्यालय सहायक आयुक्त कार्यालय रीवा में जाकर रिश्वत के 10 हजार रुपए जैसे ही दिए, मौके पर लोकायुक्त ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया गया।
ये भी पढ़ें: धनकुबेर निकला सतना का वैज्ञानिक, EOW की छापेमारी में एक करोड़ से अधिक की बेनामी संपत्ति का खुलासा
इन्होंने की कार्रवाई
आरोपी धीरेन्द्र सिंह सहकारी निरीक्षक, कार्यालय सहायक आयुक्त सहकारिता विभाग रीवा और उदयशंकर तिवारी प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी सहकारी उपभोक्ता भण्डार मर्यादित रीवा को 10 हजार की रकम के साथ पकड़ा है। कार्रवाई में लोकायुक्त के उप पुलिस अधीक्षक प्रवीण सिंह परिहार, उप पुलिस अधीक्षक राजेश पाठक, निरीक्षक प्रमेंद्र कुमार उप निरीक्षक रितुका शुक्ला, उप निरीक्षक आकांक्षा पाण्डेय एवं 15 सदस्यीय टीम शामिल रही।