
राजस्थान के जोधपुर में देर रात दो समुदाय के लोग आमने सामने आ गए और उनके बीच झड़प हो गई। इस दौरान दोनों पक्षों की ओर से जालोरी गेट चौराहे पर जमकर पत्थरबाजी की गई। इसकी वजह से कई लोग घायल भी हो गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने लाठीचार्ज कर हालात काबू में किए। वहीं इलाके में देर रात से इंटरनेट बंद कर दिया गया है।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, विवाद की शुरुआत शहर के बालमुकंद बिस्सा सर्कल पर लगे एक झंडे को हटाए जाने व वहां दूसरे समुदाय का झंडा फहराने से हुई। जब कुछ लोगों ने इस पर आपत्ति ली तो दोनों पक्षों के युवकों में झड़प हो गई। देखते-देखते पथराव शुरू हो गया।
हालात काबू में लाने के लिए पुलिस को बल प्रयोग भी करना पड़ा। इस दौरान एसएचओ, दो कांस्टेबल और 4 पत्रकार घायल हो गए। हालात को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है।
इंटरनेट बंद
इस झड़प के बाद जिले और शहर में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। जोधपुर जिला प्रशासन ने त्योहार के मौके पर तनाव और न फैले इसलिए एहतियात के तौर पर रात 1 बजे से इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं। दोनों समुदायों के प्रमुख लोगों ने भी जनता से शहर में शांति बनाए रखने की अपील की है।
मारवाड़ की भाईचारे की परंपरा कायम रखें : मुख्यमंत्री
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा कि जोधपुर के जालौरी गेट इलाके में दो गुटों में झड़प से तनाव पैदा होना दुर्भाग्यपूर्ण है। प्रशासन को हर कीमत पर शांति एवं व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। जोधपुर, मारवाड़ की प्रेम एवं भाईचारे की परंपरा का सम्मान करते हुए मैं सभी पक्षों से मार्मिक अपील करता हूं कि शांति बनाए रखें एवं कानून-व्यवस्था बनाने में सहयोग करें।
दोबारा हथियार लेकर आए लोग
इस दौरान ईदगाह रोड से फिर लोग हथियार के साथ एकत्र होकर आए और पुलिस पर पथराव किया। पुलिस ने फिर से आंसू गैस के गोले छोड़े। इसके बाद भारी संख्या में पुलिस जाब्ता ईदगाह रोड पर और जालोरी गेट चौराहे पर तैनात किया गया। जालोरी गेट की ओर आने वाले कई रास्तों को बैरिकेडिंग लगाकर बंद किया गया।
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