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पंचतत्व में विलीन हुए राजू श्रीवास्तव, भाई और बेटे ने दी मुखाग्नि; लोगों ने लगाए ‘अमर रहे’ के नारे

मशहूर कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव पंचतत्व में विलीन हो गए हैं। दिल्ली के निगमबोध शमशान पर उनका अंतिम संस्कार किया गया। उनके भाई और बेटे ने उन्हें मुखाग्नि दी। कुछ लोगों ने भावुक मन से राजू अमर रहे…के नारे भी लगाए। 42 दिनों तक अस्पताल में जिंदगी से जंग लड़ने के बाद आखिरकार 21 सितंबर को 58 साल की उम्र में राजू निधन हो गया। 10 अगस्त को जिम में वर्कआउट दौरान राजू को दिल का दौरा पड़ा था, जिसके बाद से ही वो दिल्ली एम्स में एडमिट थे।

सुदर्शन पटनायक ने दी श्रद्धांजलि

सैंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक ने राजू श्रीवास्तव को नम आंखों से श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा-हंसते हंसते रुला दिया….

राजू की पत्नी बोलीं- वह एक सच्चे योद्धा थे

कॉमेडियन राजू श्रीवास्तक की पत्नी शिखा श्रीवास्तव ने कहा कि “मैं अभी बात करने में सक्षम नहीं हूं। मैं अभी क्या कह सकती हूं? उन्होंने बहुत संघर्ष किया, मैं वास्तव में उम्मीद और प्रार्थना कर रही थी कि वह इस जंग से लड़कर वापस आ जाएंगे। लेकिन, ऐसा नहीं हुआ है। मैं केवल इतना कह सकती हूं कि वह एक सच्चे योद्धा थे।”

निगमबोध घाट पर राजू की पत्नी

10 साल में 3 बार एंजियोप्लास्टी हुई

राजू श्रीवास्तव की 10 साल में तीन बार एंजियोप्लास्टी हो चुकी है। पहली बार 10 साल पहले मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी हॉस्पिटल में और 7 साल पहले मुंबई के लीलावती हॉस्पिटल में हुई थी। इसके बाद दिल्ली के एम्स में तीसरी बार डॉक्टरों ने राजू श्रीवास्तव की एंजियोप्लास्टी की।

राजू की अंतिम यात्रा के लिए एंबुलेंस को सफेद फूलों से सजाया गया था। इसके आगे राजू का फोटो भी लगा हुआ था।

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बचपन से था मिमिक्री का शौक

राजू श्रीवास्तव का जन्म उत्तर प्रदेश के कानपुर के नयापुरवा में 25 दिसंबर 1963 को हुआ था। राजू श्रीवास्तव का असली नाम सत्य प्रकाश श्रीवास्तव है। उन्होंने 1993 में हास्य की दुनिया में कदम रखा। राजू को बचपन से ही मिमिक्री और कॉमेडी का बहुत शौक था। राजू के परिवार में उनकी पत्नी शिखा, बेटी अंतरा, बेटा आयुष्मान, बडे़ भाई सीपी श्रीवास्तव, छोटे भाई दीपू श्रीवास्तव, भतीजे मयंक और मृदुल हैं।

राजू पत्नी शिखा, बेटी अंतरा और बेटे आयुष्मान के साथ।

अब नाम कमाकर ही लौटूंगा : राजू श्रीवास्तव

1980 में वह कानपुर से मुंबई के लिए भागे थे। अपने घर की दीवार फांदकर पड़ोसी के घर में कूदे और वहां से सीधे मुंबई भाग गए। उनके पड़ोसियों ने बताया कि चिल्लाते हुए गए थे कि अब नाम कमाकर ही लौटूंगा। जिसके बाद राजू को कॉमेडी शो The Great Indian Laughter Challenge से पहचान मिली। इस शो से मिली सक्सेस के बाद राजू ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा था।

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राजनीति में भी आजमाया हाथ

राजू श्रीवास्तव ने राजनीति में भी अपना हाथ आजमाया। बता दें कि उन्हें 2014 में कानपुर से लोकसभा चुनाव के लिए सपा से टिकट मिला था। लेकिन, उन्होंने बाद में चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया। इसके बाद वह चुनाव से पहले बीजेपी में शामिल हो गए। पीएम मोदी ने उन्हें स्वच्छ भारत अभियान में नामांकित किया था। इसके बाद उन्होंने स्वच्छता को लेकर विभिन्य शहरों में चलाए गए अभियानों में भी हिस्सा लिया। राजू श्रीवास्तव को 2019 में यूपी फिल्म विकास परिषद का अध्यक्ष बनाया गया था।

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पीएम मोदी ने जताया दुख

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर लिखा- राजू श्रीवास्तव ने हंसी, हास्य और सकारात्मकता के साथ हमारे जीवन को रोशन किया। वह हमें बहुत जल्द छोड़ गए। लेकिन, वर्षों तक वह अपने समृद्ध काम की बदौलत अनगिनत लोगों के दिलों में जीवित रहेंगे। उनका निधन दुखद है। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना। ऊँ शांति ।

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