
बीजापुर। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों ने नक्सलियों की एक बड़ी साजिश नाकाम करते हुए 50 किलो का आईईडी बरामद किया। बीजापुर में गुरुवार को सीआरपीएफ 168 बटालियन की बीडीएस टीम ने तिमापुर दुर्गा मंदिर के पास स्थित पुलिया के नीचे लगा रखे आईईडी को बरामद कर उसे डिफ्यूज कर दिया। जवानों ने जब इसे नष्ट किया तो पुल बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया।
पुल के नीचे मिला 50 किलो का आईईडी
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिले के बासागुड़ा-आवापल्ली मार्ग पर सुरक्षाबलों ने पुल के नीचे लगाई गई करीब 50 किलोग्राम का आईईडी बरामद किया है। उन्होंने बताया कि आज केंद्रीय रिवर्ज पुलिस बल (सीआरपीएफ)का बम निरोधक दस्ता बासागुड़ा-आवापल्ली सड़क मार्ग पर गश्त के लिए रवाना हुआ था। दल जब तिमापुर दुर्गा मंदिर के करीब था तब उन्हें पुल के नीचे माओवादियों द्वारा लगाया गया लगभग 50 किलोग्राम का आईईडी होने की जानकारी मिली।
अधिक गहराई में होने के कारण मौके पर किया नष्ट
अधिकारियों ने बताया कि माओवादियों ने पुल के नीचे से कांक्रीट और पत्थर को हटाकर उसके भीतर बारूदी सुरंग छिपाया था तथा पत्थरों को फिर से वैसे ही जमा दिया था। उन्होंने बताया कि आईईडी का पता लगाने के लिए ‘मेटल डिटेक्टर’ की जा रही जांच के दौरान बारूदी सुरंग की जानकारी मिली। सुरक्षाबलों ने बारूदी सुरंग को बाहर निकालने का प्रयास किया लेकिन उसके ज्यादा गहराई में लगे होने की वजह से मौके पर ही नष्ट कर दिया गया।
रिमोट कंट्रोल से चलने वाला आईईडी लगाया था
अधिकारियों ने बताया कि माओवादियों ने बड़े वाहनों को नुकसान पहुंचाने के लिए ‘रिमोट कंट्रोल’ से संचालित आईईडी पुल के नीचे लगाया था। लेकिन सुरक्षाबलों की सतर्कता से माओवादियों के मंसूबो को विफल कर दिया गया। उन्होंने बताया कि बारूदी सुरंग को नष्ट करने के दौरान सड़क में गहरा गड्ढा हुआ है जिसे भरकर आवागमन बहाल किया जा रहा है।
नक्सलियों ने इसी तरह किया था धमाका
राज्य के बीजापुर जिले में इस महीने की 6 तारीख को नक्सलियों ने सुरक्षाबलों को निशाना बनाने के लिए बारूदी सुरंग में धमाका किया था, जिसकी चपेट में पुलिस का वाहन आ गया था। इस घटना में सुरक्षाबल के 8 जवान और वाहन चालक सहित 9 लोगों की जान चली गई थी। पुलिस के मुताबिक इस घटना को अंजाम देने के लिए माओवादियों ने लगभग 70 किलोग्राम के आईईडी का इस्तेमाल किया था।