
हेमंत नागले, इंदौर। आजाद नगर थाने पर एक ही आरोपी द्वारा नगर निगम का सुपरवाइजर बनाने के नाम पर 2 फरियादियों से 7 लाख की ठगी की है। आरोपी द्वारा फरियादी को बताया गया था कि वह पूरे मध्य प्रदेश के नगर निगम का सुपरवाइजर है। इसके लिए उसने नगर निगम का एक फर्जी नियुक्ति पत्र भी फरियादी को दे दिया था। लेकिन, फरियादी जब नगर निगम पहुंचा तो उसे यह जानकारी लगी कि नगर निगम का लेटर फर्जी है। इसके बाद फरियादी ने पुलिस की शरण ली।
आरोपी ने पोस्टिंग के लिए दिए ऑप्शन
आजाद नगर थाना प्रभारी इंद्रश त्रिपाठी के अनुसार, आरोपी ध्रुव वर्मा के खिलाफ फरियादी प्रतीक और प्रवीण द्वारा शिकायत दर्ज कराई थी कि दोनों से आरोपी द्वारा 7 लाख रुपए ले लिए गए। आरोपी इतना शातिर था कि उसने फरियादियों को यह तक कह दिया कि इंदौर नगर निगम में यदि पोस्टिंग चाहिए तो उसके 5 लाख लगेंगे। वहीं इंदौर के अलावा अन्य जिले में यदि पोस्ट चाहिए तो 2 लाख में ही पोस्टिंग मिल जाएगी।
फरियादी को दिया फर्जी नियुक्ति पत्र
फरियादी को आरोपी द्वारा एक फर्जी नियुक्ति पत्र भी दिया गया। फरियादी उस फर्जी नियुक्ति पत्र को लेकर सीधे नगर निगम जोन पर पहुंच गया, लेकिन जब उसे यह जानकारी मिली कि नियुक्ति पत्र फर्जी है तो फरियादी द्वारा थाने पर आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।
आरोपी की तलाश में जुटी पुलिस
पुलिस की जानकारी में आरोपी ध्रुव वर्मा निवासी जूनी इंदौर के खिलाफ अन्य मामले भी तलाशे जा रहे हैं। वहीं दोनों फरियादियों की शिकायत के बाद अब आरोपी की तलाश की जा रही है। वहीं नगर निगम और अन्य जिलों में यह एडवाइजरी जारी की गई है कि इस प्रकार से सरकारी नौकरी के नाम पर यदि कोई व्यक्ति आपको झांसा दे तो तुरंत पुलिस से संपर्क किया जाए।
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