
गोपेश्वर। परंपरा के अनुसार, विजय दशमी के पावन पर्व पर विश्व प्रसिद्ध बद्रीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद करने की तिथि निर्धारित की जाती है। बद्रीनाथ धाम के कपाट के बंद करने की तिथि 17 नवंबर तय की गई है। वहीं, भगवान मदमहेश्वर मंदिर के कपाट बंद करने की तिथि 20 नवंबर तय की गई है।
कितने बजे बंद होंगे बद्रीनाथ धाम के कपाट?
बद्रीनाथ धाम के कपाट 17 नवंबर को रात 9 बजकर 7 मिनट पर बंद होंगे। भगवान मदमहेश्वर की डोली 21 नवंबर को गिरिया और 23 नवंबर को गद्दी स्थल ऊखीमठ पहुंचेगी।
शीतकाल में बंद होते कपाट
हर साल शीतकाल को देखते हुए बद्रीनाथ, मदमेहश्वर और तुंगनाथ धाम के कपाट को बंद करने की तिथि तय की जाती है। इस साल अब तक 11 लाख से ज्यादा तीर्थ यात्री बद्रीनाथ धाम के दर्शन कर चुके हैं। जबकि, केदारनाथ में 13.5 लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचे।
केदारनाथ के कपाट कब बंद होंगे ?
पहले की गई घोषणा के अनुसार, केदारनाथ और यमुनोत्री के कपाट 3 नवंबर को बंद होंगे। वहीं, गंगोत्री के कपाट दो नवंबर को बंद होंगे। इसी तरह, रुद्रनाथ के कपाट 17 अक्टूबर को, तुंगनाथ के चार नवंबर को और मदमहेश्वर के कपाट 20 नवंबर को बंद होंगे। बर्फ से ढके रहने के कारण उत्तराखंड के ये मंदिर सर्दियों में बंद रहते हैं, जहां हर साल देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु आते हैं।