
नई दिल्ली। क्रेडिट कार्ड से हम सभी वाकिफ हैं। कुछ खास शर्तों के साथ यह यूजर्स को फाइनेंशियल फ्रीडम मुहैया कराता है। पहले क्रेडिट कार्ड जारी करने के दौरान कस्टमर को मनमुताबिक क्रेडिट कार्ड नेटवर्क नहीं मिलता था। वह बैंक या फाइनेंशियल सर्विस प्रदान करने वाली कंपनियों के तहत मिलने वाले क्रेडिट कार्ड नेटवर्क से गुजारा करते थे। लेकिन, अब ऐसा नहीं होगा। आज यानी 6 सितंबर से क्रेडिट कार्ड यूजर्स अपने पसंदीदा नेटवर्क को चुन सकेंगे। इसके बाबत भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने मार्च में ही सर्कुलर जारी किया था।
मार्च में जारी किया गया था सर्कुलर
मार्च में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एक सर्कुलर जारी कर, बैंक और नॉन-बैंक क्रेडिट कार्ड इश्यूअर के कार्ड नेटवर्क के साथ एक्सक्लूसिव एग्रीमेंट करने पर रोक लगा दी थी। आरबीआई इस बात की पक्षधर थी कि कस्टमर को अपना क्रेडिट कार्ड चुनते समय मनचाहा क्रेडिट नेटवर्क चुनने की भी आजादी होनी चाहिए।
क्रेडिट कार्ड नेटवर्क के बीच बढ़ेगा कंपटीशन
लंबे समय से कस्टमर डेबिट कार्ड की तरह ही क्रेडिट कार्ड के लिए भी Visa और Mastercard के नेटवर्क को पहली वरीयता देते हैं। भारत में Rupay नेटवर्क के बढ़ने से अब इन्हें कड़ी टक्कर मिल रही है। आरबीआई के इस कदम से क्रेडिट कार्ड नेटवर्क के क्षेत्र में किसी खास कंपनी की मोनोपोली स्थापित नहीं होगी। इससे ग्राहकों को फायदा पहुंचेगा।
क्या होता है क्रेडिट कार्ड नेटवर्क ?
क्रेडिट कार्ड नेटवर्क एक वित्तीय प्रणाली है, जो क्रेडिट कार्ड के माध्यम से भुगतान की प्रक्रिया को संचालित करती है। यह नेटवर्क, बैंक या अन्य वित्तीय संस्थाओं द्वारा जारी किए गए कार्ड और कस्टमर के बीच बिचौलिए के रूप में काम करता है। जब कोई कस्टमर क्रेडिट कार्ड से भुगतान करता है, तो क्रेडिट कार्ड नेटवर्क के जरिए ही लेनदेन की स्वीकृति और सत्यापन होता है।
देश में अभी 5 ऑथराइज्ड क्रेडिट कार्ड नेटवर्क हैं, जो Visa, Master Card, Rupay, Diners Club और American Express हैं।
ये भी पढ़ें- Reliance का अब AI पर फोकस, क्लाउड वेलकम ऑफर के तहत मिलेगा 100 GB फ्री डेटा