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ब्रिटेन के शाही परिवार में एक युग का अंत, क्वीन एलिजाबेथ-II के निधन के बाद चार्ल्स बने नए राजा; ऑपरेशन यूनिकॉर्न शुरू

ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का गुरुवार देर रात निधन हो गया। 96 साल की महारानी स्कॉटलैंड के बाल्मोरल कासल में रह रही थीं। यहीं उन्होंने अंतिम सांस ली। वे यहां समर ब्रेक पर आई थीं। एलिजाबेथ 1952 में अपने पिता जॉर्ज षष्टम की मौत के बाद महारानी बनी थीं, तब उनकी उम्र मात्र 25 साल थी। अब प्रिंस प्रिंस चार्ल्स (73 साल) को राजा बनाया गया है।

70 साल तक किया शासन

क्वीन एलिजाबेथ का 21 अप्रैल 1926 को जन्म हुआ था। उस वक्त ब्रिटेन में किंग जॉर्ज पंचम का राज था। एलिजाबेथ के पिता किंग जॉर्ज छह भी बाद में ब्रिटेन के राजा बने थे। क्वीन एलिजाबेथ का पूरा नाम एलिजाबेथ एलेक्जेंडरा मैरी विंडसर था। वे सबसे लंबे समय तक (70 साल) ब्रिटेन की क्वीन रहीं। उनके शासनकाल में ब्रिटेन को 15 प्रधानमंत्री मिले। महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन के बाद अब उनके बेटे चार्ल्स (उम्र 73 साल) ब्रिटेन के नए राजा बनाए गए हैं। एलिजाबेथ II सिर्फ ब्रिटेन ही नहीं बल्कि 14 और देशों की रानी रहीं।

episodic mobility से जूझ रही थीं महारानी

शाही परिवार के मुताबिक, महारानी episodic mobility की दिक्कत से जूझ रही थीं। इसमें उनको खड़े होने और चलने में परेशानी होती थी। महारानी एलिजाबेथ-II को इसी साल फरवरी में कोरोना भी हो गया था। एलिजाबेथ की तबीयत गुरुवार को खराब हो गई थी, इसके बाद से वे डॉक्टरों की देखरेख में थीं।

10 दिन बाद होगा अंतिम संस्कार

महारानी का अंतिम संस्कार उनके निधन के 10 दिन बाद होगा। इससे पहले, उनके ताबूत को लंदन से बकिंघम पैलेस से वेस्टमिंस्टर के पैलेस तक निधन के पांच दिन बाद औपचारिक मार्ग से ले जाया जाएगा, जहां रानी तीन दिनों के लिए राज्य में लेटी रहेंगी। इस दौरान लोग उनके अंतिम दर्शन कर सकेंगे, यह स्थल प्रतिदिन 23 घंटे तक खुला रहेगा। अंतिम संस्कार का दिन राष्ट्रीय शोक का दिन होगा, जिसमें वेस्टमिंस्टर एब्बे में होने वाली सेवा और पूरे ब्रिटेन में दोपहर में दो मिनट का मौन रखा जाएगा। अंतिम संस्कार के बाद रानी को विंडसर कैसल के किंग जॉर्ज षष्ठम मेमोरियल चैपल में दफनाया जाएगा।

ऑपरेशन यूनिकॉर्न शुरू

स्कॉटलैंड में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन के बाद ऑपरेशन यूनिकॉर्न शुरू कर दिया गया। महारानी के निधन से अंतिम संस्कार के बीच के 10 दिनों के दौरान होने वाले कार्यक्रमों के प्रबंधन के लिए ऑपरेशन लंदन ब्रिज तैयार किया गया था। लेकिन बाद में स्कॉटलैंड में रानी की मौत के बाद ऑपरेशन का नाम स्कॉटलैंड के राष्ट्रीय पशु के नाम पर यूनिकॉर्न रखा गया। एलिजाबेथ द्वितीय के अंतिम संस्कार की तैयारी शुरू होते ही नए राजा के आधिकारिक ताजपोशी की भी तैयारी शुरू हो जाएगी।

आगे राष्ट्रगान में होगा संशोधन

नए राजा की घोषणा के बाद यूनाइटेड किंगडम के राष्ट्रगान में भी संशोधन होगा। ताकि अगले ब्रिटिश सिंहासन को शामिल किया जा सके। वहीं ब्रिटेन के नोटों और सिक्कों का पूरा स्टॉक रानी की छवियों के साथ धीरे-धीरे चार्ल्स के द्वारा प्रतिस्थापित किया जाएगा।

PM मोदी ने दुख जताया, कहा- वो एक दिग्गज शासक थीं

PM नरेंद्र मोदी ने एलिजाबेथ द्वितीय के निधन पर दुख जताया है। उन्होंने कहा- एलिजाबेथ द्वितीय को हमारे समय की एक दिग्गज शासक के रूप में याद किया जाएगा। दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और ब्रिटेन के लोगों के साथ हैं।

उन्होंने बताया- मैं 2015 और 2018 में UK की यात्राओं के दौरान महारानी से मिला था। एक बैठक के दौरान उन्होंने मुझे एक रूमाल दिखाया था, जो महात्मा गांधी ने उनकी शादी में गिफ्ट किया था।

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