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ट्रैफिक में फंसे डॉक्टर… समय पर मरीज की सर्जरी करनी थी जरूरी, कार छोड़ 3 किमी तक लगाई दौड़

कर्नाटक के बेंगलुरू से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने वो कहावत सच कर दिखाई है कि डॉक्टर भगवान का रूप होते हैं। दरअसल, बेंगलुरु के डॉक्टर गोविंद नंदकुमार सर्जरी के लिए अस्पताल जा रहे थे। उसी दौरान रास्ते में उनकी कार ट्रैफिक में फंस गई। जिसके बाद उन्होंने मरीज की जान बचाने के लिए 3 किलोमीटर तक दौड़कर अस्पताल पहुंचने का फैसला किया।

जाम में फंसे डॉक्टर

यह मामला सरजापुर का है, जहां 30 अगस्त 2022 को गैस्ट्रोएंटेरोलॉजी सर्जन डॉक्टर गोविंद नंदकुमार को इरमजेंसी लैप्रास्कोपिक गालब्लैडर सर्जरी करनी थी। वह घर से तो सही समय पर निकले थे, लेकिन रास्ते में ट्रैफिक ज्यादा होने की वजह से उन्हें देरी हो रही थी। उनकी टीम भी अस्पताल में मरीज के ऑपरेशन की तैयारी पूरी कर चुकी थी। यह जाम सरजापुर-माराथल्ली के बीच था।

समय पर सर्जरी करना था जरूरी

इस जाम में फंसे हुए उन्हें काफी समय हो चुका था, उनकी महिला मरीज का ऑपरेशन तय समय पर करना जरूरी था क्योंकि अगर इसमें देरी होती तो उसकी तबीयत बिगड़ सकती थी। ऐसे में उन्होंने अपनी कार ड्राइवर के साथ ही छोड़ दी और अस्पताल तक दौड़ लगा दी। उन्होंने करीब 3 किमी तक दौड़ लगाई।

समय पर ही हुआ ऑपरेशन

डॉक्टर गोविंद समय पर अस्पताल पहुंच गए थे। उन्होंने समय पर महिला मरीज का ऑपरेशन किया और वो सफल रहा, उन्हें समय पर अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। महिला को पिछले काफी समय से गॉल ब्लैडर में समस्या थी।

मणिपाल अस्पताल के गैस्ट्रोएंटरोलॉजी सर्जन डॉ. गोविंद नंदकुमार पिछले 18 सालों से महत्वपूर्ण सर्जरी कर रहे हैं और अब तक 1,000 से अधिक सफल ऑपरेशन कर चुके हैं। वह गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट से ट्यूमर और क्षतिग्रस्त हिस्सों को हटाने से संबंधित सर्जरी करने में स्पेशलिस्ट माने जाते हैं।

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