
एडिलेड। गुलाबी गेंद के दिन-रात्रि क्रिकेट टेस्ट में 10 विकेट की करारी हार के बाद कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली की अगुआई में भारतीय बल्लेबाजों ने बॉर्डर- गावस्कर ट्रॉफी में वापसी के लक्ष्य के साथ मंगलवार को लाल गेंद से कड़े नेट सत्र में हिस्सा लिया। ऑस्ट्रेलिया की टीम शनिवार से शुरू हो रहे तीसरे टेस्ट के लिए ब्रिसबेन पहुंच गई है, लेकिन भारतीय टीम ने लाल गेंद के अपने कौशल को निखारने पर ध्यान देने के लिए यहीं रुकने का फैसला किया। भारतीय टीम ने अपनी रक्षात्मक तकनीक और गेंदों को छोड़ने पर ध्यान दिया।
भारतीय टीम के अभ्यास का वीडियो साझा करते हुए भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने ‘एक्स’ पर लिखा कि अब आगे के बारे में सोचने का समय है। ब्रिसबेन टेस्ट की तैयारी यहां एडीलेड में शुरू हो चुकी है। खराब फॉर्म से जूझ रहे भारतीय कप्तान रोहित पिछली 12 पारियों में एक अर्धशतक (52) के साथ सिर्फ 142 रन बना पाए हैं। वह अपने बेटे के जन्म के कारण पहले टेस्ट में नहीं खेल पाए थे और मंगलवर को उन्होंने भारतीय स्पिनरों और तेज गेंदबाजों दोनों का सामना करते हुए जल्दी से जल्दी लय हासिल करने का लक्ष्य रखा। दूसरे टेस्ट में छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे रोहित ने दो पारियों तीन और छह रन बनाए। वह पहली पारी में पगबाधा हुए, जबकि दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस ने उन्हें बोल्ड किया।
पर्थ में पहले टेस्ट में शतक के साथ 16 महीने के शतक के सूखे को समाप्त करने वाले कोहली गुलाबी गेंद के टेस्ट में दोनों पारियों में विकेट के पीछे आउट हुए। उन्होंने पहली पारी में दूसरी स्लिप, जबकि दूसरी पारी में विकेट को कैच थमाया। स्टार भारतीय बल्लेबाज कोहली ने पूरे जज्बे के साथ अभ्यास किया। उन्होंने नेट सत्र की शुरुआत में सावधानी बरती, लेकिन फिर धीरे-धीरे लय में आ गए। लोकेश राहुल अधिक शांत दिखे। उन्होंने अपने डिफेंस पर अधिक ध्यान दिया, जबकि ऋषभ पंत ने कुछ पिक अप शॉट खेले।
शुरुआती टेस्ट में भारत की 295 रन की विशाल जीत में 161 रन की पारी खेलने वाले युवा सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने कुछ अच्छे शॉट लगाए और भारतीय गेंदबाजों के सामने भी आक्रामक रुख अपनाया। गेंदबाजी इकाई में हर्षित राणा, आकाश दीप, यश दयाल और रविंद्र जडेजा, आर अश्विन और वाशिंगटन सुंदर की स्पिन तिकड़ी शामिल थी, जबकि कुछ थ्रोडाउन विशेषज्ञ भी थे। जसप्रीत बुमराह और मो. सिराज की प्रमुख भारतीय तेज गेंदबाजी जोड़ी के साथ-साथ तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर नितीश कुमार रेड्डी ने अधिक पसीना नहीं बहाया।
पर्थ में हार के बाद कमिंस के आक्रामक रवैए से की वापसी : एडम गिलक्रिस्ट
महान विकेटकीपर बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट ने कहा कि भारत के खिलाफ पर्थ टेस्ट में हार के बाद हुई आलोचना से ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी स्तब्ध थे, लेकिन कप्तान पैट कमिंस की नियंत्रित आक्रामकता के दम पर वह अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ वापसी करने में सफल रहा। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (बीजीटी) के पर्थ में खेले गए शुरुआती टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को 295 रन से हार का सामना करना पड़ा था। इस हार के बाद टीम को काफी आलोचना का सामना करना पड़ा था। ऑस्ट्रेलिया ने गुलाबी गेंद से खेले गए दूसरे मैच को 10 विकेट से जीतकर सीरीज को 1-1 से बराबर किया। गिलक्रिस्ट ने कहा कि आप उनके (कमिंस) जश्न से देख सकते हैं कि… उन्होंने जो भी विकेट लिया वह अपने जश्न में अधिक आक्रामक दिख रहे थे।