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CAF जवान ने अपने साथी की गोली मारकर की हत्या, दूसरे जवान पर भी की फायरिंग; जानें पूरा मामला

छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल (CAF) के एक जवान ने रविवार को अपने साथी हेड कांस्टेबल की गोली मारकर हत्या कर दी। साथ ही उसने दूसरे जवान पर भी चार राउंड गोली चलाई, लेकिन वह बच गया। गोली चलाने वाला जवान भिंड का रहने वाला बताया गया है। ये घटना कांकेर में एक सरकारी कॉलेज में सुबह के समय में हुई, जहां जिले की भानुप्रतापपुर विधानसभा सीट पर हाल ही में हुए उपचुनाव के लिए बनाए गए स्ट्रॉन्ग रूम की सुरक्षा में पदस्थ की 11वीं बटालियन तैनात थी।

इंसास राइफल से चलाई गोली

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, आरोपी जवान पुरुषोत्तम कुमार छत्तीसगढ़ की कांकेर जिला जेल में पदस्थ है। वह CAF की 11वीं बटालियन C कम्पनी का जवान है। जवान पुरुषोत्तम कुमार की ड्यूटी पीजी कॉलेज में लगाई गई थी। प्रारंभिक सूचना में कांस्टेबल पुरुषोत्तम सिंह और हेड कांस्टेबल सुरेंद्र भगत के बीच किसी बात को लेकर बहस हो गई, जिसके बाद पुरुषोत्तम सिंह ने इंसास राइफल से गोली चला दी। गोली लगने से भगत की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि, साथी जवान बृजेश भारद्वाज बाल-बाल बच गया। घटना के बाद पुरुषोत्तम सिंह ने अपने आप को हथियार के साथ एक कमरे में बंद कर लिया।

आरोपी जवान को लिया हिरासत में

घटना की खबर लगते ही भारी संख्या में जवानों की तैनाती मौके पर की गई है। आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। डर था कि कहीं आरोपी जवान फिर से किसी जवान पर हमला न कर दे। सुरक्षा के लिए जवान बुलेटफ्रूफ जैकेट पहनकर तैनात हो गए। वरिष्ठ अधिकारियों के समझाने पर जवान कमरे से बाहर आया, इसके बाद उसे हिरासत में ले लिया गया है। कांकेर एसपी शलभ सिन्हा ने बताया कि आरोपी जवान की काउंसिलिंग करके हिरासत में लिया गया। फिलहाल, घटना के पीछे की वजह अभी पता नहीं चल सकी है।

विवाद के बाद चला दी गोली

पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा ने बताया कि आरोपी जवान पुरुषोत्तम सिंह शनिवार की रात ड्यूटी पर तैनात था, लेकिन उसने तबीयत खराब होने की बात कही गई तो उसको छुट्टी दे दी गई। बाद में प्रधान आरक्षक सुरेंद्र भगत ने उसकी ड्यूटी कैंसिल कर दी थी। रविवार सुबह 8 प्रधान आरक्षक सुरेंद्र भगत से किसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद हो गया। इसके बाद पुरुषोत्तम ने प्रधान आरक्षक सुरेंद्र भगत और साथी जवान बृजेश भारद्वाज पर गोली दाग दी। गोली लगने के बाद प्रधान आरक्षक ने मौके पर ही मौत हो गई। गोली की आवाज सुनकर मौके पर मौजूद CAF और BSF के अन्य जवान भी पहुंचे, लेकिन आरोपी जवान के हाथ में राइफल होने के कारण कोई अंदर जाने की हिम्मत नहीं कर पा रहा था।

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