
ऑपरेशन सिंदूर एयर स्ट्राइक के बाद पंजाब का माहौल तनावपूर्ण हो गया है। अमृतसर के तीन गांवों में रात को मिसाइलें गिरी, जिससे अफरा-तफरी मच गई। धमाकों की आवाज से लोग सहम गए और रात में दो बार शहर में ब्लैकआउट किया गया। हालांकि, मिसाइलें फटी नहीं और उन्हें आर्मी ने मौके से न्यूट्रलाइज कर अपने कब्जे में ले लिया।
अमृतसर जिले के दुधाला, जेठूवाल और पंधेर गांव में गुरुवार तड़के मिसाइलें गिरी मिली। अमृतसर ग्रामीण के SSP मनिंदर सिंह ने इसकी पुष्टि की। उन्होंने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही आर्मी को अलर्ट किया गया।
हमले पर रक्षा मंत्रालय का बयान
अब इस पर रक्षा मंत्रालय का भी बयान आया है। उन्होंने कहा- 07-08 मई 2025 की रात को पाकिस्तान ने ड्रोन और मिसाइलों का उपयोग करके अवंतीपुरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, भटिंडा, चंडीगढ़, नल, फलौदी, उत्तरलाई और भुज सहित उत्तरी और पश्चिमी भारत में कई सैन्य ठिकानों पर हमला करने की कोशिश की। इन हमलों को एकीकृत काउंटर यूएएस ग्रिड और एयर डिफेंस सिस्टम द्वारा बेअसर कर दिया गया। इन हमलों के मलबे अब कई स्थानों से बरामद किए जा रहे हैं जो पाकिस्तानी हमलों की पुष्टि करते हैं।
पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा, बारामुल्ला, उरी, पुंछ, मेंढर और राजौरी सेक्टरों में मोर्टार और भारी कैलिबर आर्टिलरी का उपयोग करके नियंत्रण रेखा के पार अपनी अकारण गोलीबारी की तीव्रता बढ़ा दी है। पाकिस्तानी गोलीबारी के कारण तीन महिलाओं और पांच बच्चों सहित सोलह निर्दोष लोगों की जान चली गई है। यहां भी, भारत को पाकिस्तान की ओर से मोर्टार और आर्टिलरी की गोलीबारी को रोकने के लिए जवाबी कार्रवाई करने के लिए मजबूर होना पड़ा।
पाकिस्तान ने वायु रक्षा रडार को बनाया निशाना
आगे उन्होंने कहा- आज सुबह, भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान में कई स्थानों पर वायु रक्षा रडार और प्रणालियों को निशाना बनाया। भारतीय प्रतिक्रिया भी पाकिस्तान की तरह ही तीव्रता से रही है। विश्वसनीय जानकारी के अनुसार लाहौर स्थित वायु रक्षा प्रणाली को निष्प्रभावी कर दिया गया है।
पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा, बारामुल्ला, उरी, पुंछ, मेंढर और राजौरी सेक्टरों में मोर्टार और भारी कैलिबर आर्टिलरी का उपयोग करते हुए नियंत्रण रेखा के पार अपनी अकारण गोलीबारी की तीव्रता बढ़ा दी है।
सात मिनट में छह धमाके, ब्लैकआउट और छुट्टियां रद्द
गुरुवार रात 1:02 से 1:09 बजे के बीच अमृतसर में सात मिनट में छह धमाकों की आवाजें सुनी गईं। इसके तुरंत बाद शहर में ब्लैकआउट कर दिया गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि रात 10:30 से 11 बजे तक पहले ब्लैकआउट हुआ, फिर 1:56 बजे दोबारा अंधेरा कर दिया गया जो सुबह 4:30 बजे तक रहा। सुरक्षा कारणों से पंजाब पुलिस के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां भी रद्द कर दी गई।
अधिकारी दे रहे अलग-अलग बयान
अमृतसर के पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बयान दिया कि यह धमाके सोनिक साउंड हो सकते हैं, जो किसी तेज रफ्तार विमान की वजह से सुनाई देती है। उन्होंने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है, जमीन पर सब कुछ जांचा गया है और किसी भी हमले की पुष्टि नहीं हुई है। वहीं, दो डिफेंस एक्सपर्ट्स ने दैनिक भास्कर को बताया कि ये मिसाइलें हो सकती हैं, जो पाकिस्तान की तरफ से आई थीं लेकिन भारत के एंटी मिसाइल सिस्टम ने उन्हें हवा में ही निष्क्रिय कर दिया।
लोग घरों में रहें, बाहर की लाइट बंद रखें- DC
जिला कलेक्टर साक्षी साहनी ने जनता को सतर्कता बरतने की अपील की। उन्होंने कहा कि ब्लैकआउट अभ्यास सतर्कता के तौर पर दोबारा शुरू किया गया है। लोग अपने घरों में ही रहें, बाहर इकट्ठा न हों और बाहर की लाइट बंद रखें।
जालंधर में भी धमाके की आवाज
जालंधर के भोगपुर इलाके में भी रात 1 बजे के बाद धमाके की आवाज सुनाई दी, जिसे लेकर कंट्रोल रूम में सूचना पहुंची। जांच के बाद पता चला कि यह एक ट्रक का टायर फटने की वजह से हुआ था। इसके बाद इलाके में पुलिस ने तलाशी अभियान चलाया।
पंजाब में 20 जगह मॉक ड्रिल
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पंजाब में किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए राज्य के 20 अलग-अलग स्थानों पर मॉक ड्रिल की गई। श्री करतारपुर साहिब कॉरिडोर को अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है। वहीं फिरोजपुर के हुसैनीवाला और फाजिल्का के सादकी बॉर्डर पर होने वाली रिट्रीट सेरेमनी भी रोक दी गई है। सीमावर्ती जिलों पठानकोट, गुरदासपुर, फिरोजपुर और फाजिल्का के सभी स्कूल तीन दिन के लिए बंद कर दिए गए हैं।