
बाबा अमरनाथ की यात्रा 2 साल बाद 30 जून से शुरू होने जा रही है। जम्मू कश्मीर के गवर्नर के दफ्तर की ओर से जानकारी दी गई है कि इस बार अमरनाथ यात्रा 43 दिनों तक चलेगी। परंपरा के अनुसार रक्षा बंधन के दिन समाप्त होगी। यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना होगा।
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2 साल से रद्द थी बाबा बर्फानी की यात्रा
बता दें कि पिछले 2 साल से कोरोना महामारी की भयावहता को देखते हुए श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने यात्रा रद्द करने का फैसला लिया था। हालांकि, पवित्र गुफा में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ बाबा अमरनाथ का पूजना जारी था, लेकिन श्रद्धालुओं के लिए यात्रा बंद रखी गई थी।
जम्मू कश्मीर के गवर्नर ने दी जानकारी
जम्मू कश्मीर के गवर्नर मनोज सिन्हा ने रविवार को अमरनाथ श्राइन बोर्ड के साथ यात्रा को लेकर बैठक की। इस बैठक और यात्रा की जानकारी देते हुए गवर्नर के दफ्तर की ओर से ट्विटर पर लिखा गया, ‘आज श्री अमरनाथ यात्रा श्राइन बोर्ड के साथ बैठक की। 43 दिन चलने वाली पवित्र तीर्थयात्रा 30 जून को सभी कोविड प्रोटोकॉल के साथ शुरू होगी और परंपरा के अनुसार रक्षा बंधन के दिन खत्म होगी। हमने आने वाले दिनों में होने वाली यात्रा के अलावा भी कई अन्य मुद्दों पर गहराई से चर्चा की।
अप्रैल से शुरू होगा ऑनलाइन पंजीयन
अमरनाथ यात्रा के लिए अप्रैल से तीर्थयात्रियों का ऑनलाइन पंजीकरण शुरू होगा। श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड हाल ही में इस बात की घोषणा की थी। श्राइन बोर्ड ने अप्रैल से ऑनलाइन प्रक्रिया के माध्यम से यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों का पंजीकरण शुरू करने की घोषणा करते हुए कहा कि दक्षिण कश्मीर के हिमालयी क्षेत्र के तीर्थस्थल में तीर्थयात्रियों की आवाजाही के लिए आरएफआईडी आधारित ट्रैकिंग की जाएगी।