
भोपाल। भोपाल से दुर्ग के बीच चलने वाली अमरकंटक एक्सप्रेस दोनों दिशाओं में जल्द ही एलएचबी कोच के साथ दौड़ेगी। इससे ट्रेन की रफ्तार 20 किमी/घंटे तक बढ़ जाएगी। अभी इसकी रफ्तार 80 से 100 किमी प्रति घंटा है।
मंडल के अधिकारियों ने संभावना जताई है कि 15 दिसंबर से इस ट्रेन को LHB रैक मिल जाएगा। वर्तमान में यह ट्रेन पंरपरागत कोच आईसीएफ (ICF) के साथ चल रही है। एलएचबी रैक मिलने के बाद ट्रेन करीब 24 कोचों के साथ संचालित हो सकेगी।
बर्थ भी बढ़ेंगी
अमरकंटक एक्सप्रेस के स्लीपर कोच में अभी 68 बर्थ हैं। एलएचबी रैक लगने के बाद बर्थ की संख्या बढ़कर 72 हो जाएगी। इसी तरह थर्ड एसी में बर्थ की संख्या 54 की जगह 60 हो जाएगी। इसके चलते क्रिसमस और नए साल के सेलिब्रेशन के लिए जाने वाले यात्रियों को फायदा मिलेगा। भोपाल से दुर्ग के बीच संचालित अमरकंटक एक्सप्रेस मप्र और छतसीगढ़ के लोगों की एक प्रमुख ट्रेन है। इस ट्रेन में सालभर सीट की मारामारी रहती है।
बेहतर होते हैं LHB कोच
मेक इन इंडिया पहल के तहत तैयार एलएचबी कोच पारंपरिक (आईसीएफ) कोच की तुलना में आरामदायक और अधिक सुरक्षित होते हैं। कोच का सस्पेंशन कप्लर के सहारे स्प्रिंग के झटके सहने में सक्षम होता है। वर्तमान में लगे कोच में इस तकनीक का उपयोग नहीं होता। इसलिए ट्रेन की तेज रफ्तार के दौरान यात्रियों को झटके महसूस होते हैं। इनमें उच्च गति क्षमता होती है और वजन में हल्के होते हैं। इन कोचों की एंटी क्लाइंबिंग विशेषताएं दुर्घटनाओं के दौरान उन्हें ढेर होने से रोकती हैं। इससे यात्रियों को नुकसान कम होने की संभावना रहती है।