
भोपाल। प्रदेश के तीन बड़े नगर निगम इंदौर, भोपाल-जबलपुर में नवनिर्वाचित महापौर 5, 6 और 7 अगस्त को लेंगे। भोपाल-इंदौर के शपथ समारोह में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शामिल होंगे तो वहीं जबलपुर में पूर्व सीएम कमलनाथ उपस्थित रहेंगे। इधर, ग्वालियर में 1 अगस्त को ही महापौर शपथ ले चुकी हैं।
भोपाल में 6 को शपथ
राजधानी में नवनिर्वाचित महापौर मालती राय 6 अगस्त को शपथ लेगी। भोपाल में शपथ समारोह में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी शामिल होंगे। महापौर के शपथ समारोह को भव्य बनाने के लिए बीजेपी जुट गई है। इसकी प्रभारी मंत्री भूपेंद्र सिंह, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, विधायक रामेश्वर शर्मा और कृष्णा गौर तैयारी की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
परिषद का पहला सम्मेलन 8 को
जानकारी के अनुसार, महापौर के शपथ लेने के दो दिन बाद ही 8 अगस्त को भोपाल में परिषद का पहला सम्मेलन आयोजित होगा। यहां बीजेपी के 85 में से 58 पार्षद हैं। ऐसे में उसका ही अध्यक्ष बनना तय है। आईएसबीटी में बीसीएलएल दफ्तर के ऊपर महापौर, परिषद अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष के लिए चैंबर और मीटिंग हॉल तैयार कर लिया गया है।
इंदौर में भार्गव कल लेंगे शपथ
इधर, इंदौर के नवनिर्वाचित महापौर पुष्यमित्र भार्गव 5 अगस्त को शपथ लेंगे। शपथ समारोह में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी शामिल होंगे। यहां पर 8 अगस्त को नगर निगम अध्यक्ष का चुनाव होगा। इंदौर में बीजेपी के पास स्पष्ट बहुमत है, इसलिए अध्यक्ष भी बीजेपी का ही बनेगा। वहीं कुछ दिन पहले भार्गव
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जबलपुर में 7 को शपथ, कमलनाथ होंगे शामिल
जबलपुर नगर निगम में नवनिर्वाचित महापौर जगतबहादुर अन्नू 7 अगस्त को शपथ लेंगे। इनके शपथ समारोह में पूर्व सीएम कमलनाथ शामिल होंगे। साथ ही यहां पहला सम्मेलन 10 अगस्त को होगा। जिसमें अध्यक्ष का चुनाव किया जाएगा।
ग्वालियर में बीजेपी-कांग्रेस के पार्षद अंडरग्राउंड
ग्वालियर नगर निगम में 1 अगस्त को कांग्रेस की डॉ. शोभा सिकरवार ने महापौर पद की शपथ ले ली है। ग्वालियर में 5 अगस्त को पहला सम्मेलन होने वाला है। जिसमें अध्यक्ष का चुनाव होगा। जिसे लेकर ज्यादा जोड़-तोड़ हो रही है। ग्वालियर भाजपा ने 34, कांग्रेस ने 25 और 7 वार्डों पर निर्दलीय ने जीत हासिल की।
निर्दलियों में से एक ने भाजपा और तीन ने कांग्रेस का दामन थाम लिया। वहीं 3 पार्षदों ने अभी तक कोई संकेत नहीं दिया है। इसके चलते अब यहां बाड़ाबंदी की जा रही है। भाजपा कुल 35 पार्षदों को लेकर दिल्ली-हरियाणा पहुंच गई, तो कांग्रेसी पार्षद भी अंडरग्राउंड हो गए हैं। वे 5 अगस्त को ही सामने आएंगे।