
पहलगाम में हुए हालिया आतंकी हमले के बाद पूरे देश में आक्रोश का माहौल है। इस हमले ने एक बार फिर भारत-पाकिस्तान के संबंधों में तल्खी ला दी है। इसी बीच मशहूर सिंगर अदनान सामी ने एक बड़ा बयान देते हुए दावा किया है कि कुछ पाकिस्तानी युवाओं ने उनसे अपनी ही सेना के प्रति नाराजगी जाहिर की थी।
अजरबैजान में पाकिस्तानी युवाओं से हुई मुलाकात
अदनान सामी ने रविवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट साझा करते हुए बताया कि अजरबैजान दौरे के दौरान उनकी मुलाकात कुछ पाकिस्तानी लड़कों से हुई थी। उन्होंने लिखा, “जब मैं अजरबैजान गया था, तब मेरी मुलाकात कुछ पाकिस्तानी लड़कों से हुई थी। उन्होंने मुझसे कहा, ‘सर आप बहुत भाग्यशाली हैं कि आपने पाकिस्तान सही समय पर छोड़ दिया। हम भी अपनी नागरिकता बदलना चाहते हैं। हम अपनी आर्मी से नफरत करते हैं, जिसने हमारे देश को बर्बाद कर दिया है।’”
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए सामी ने लिखा कि उन्होंने युवाओं से कहा, “मुझे यह बहुत पहले से पता था।”
भारत की नागरिकता पाने में लगे 18 साल
अदनान सामी का जन्म इंग्लैंड में हुआ था। उनके पिता अरशद सामी खान पाकिस्तानी थे जबकि उनकी मां नूरीन खान जम्मू से थीं। अदनान सामी पहले पाकिस्तान के नागरिक थे, लेकिन लंबे इंतजार के बाद उन्हें दिसंबर 2016 में भारत की नागरिकता मिल गई। इसके लिए उन्हें पूरे 18 साल तक इंतजार करना पड़ा।
अदनान सामी का संगीत सफर
अदनान सामी ने 1986 में एक इंग्लिश एल्बम से अपने संगीत करियर की शुरुआत की थी। 1981 में उनका पहला क्लासिकल एल्बम उस्ताद जाकिर हुसैन के साथ आया था। साल 2000 में उन्होंने आशा भोंसले के साथ ‘कभी तो नजर मिलाओ’ एल्बम बनाया, जिसने उन्हें भारतीय संगीत प्रेमियों के बीच लोकप्रियता दिलाई। इसके बाद उन्होंने ‘लिफ्ट करा दे’, ‘कभी नहीं’, ‘तेरा चेहरा’ जैसे हिट एल्बम दिए। फिल्मों की बात करें तो उन्होंने ‘लकी: नो टाइम फॉर लव’ में ‘सुन ज़रा’, ‘बजरंगी भाईजान’ में ‘भर दो झोली मेरी’ जैसे यादगार गाने गाए हैं। इसके अलावा उन्होंने ‘धमाल’, ‘1920’, ‘खूबसूरत’, ‘शौर्य’ जैसी फिल्मों में भी अपनी आवाज दी है।
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