
मप्र में लगातार हो रही लोकायुक्त की कार्रवाई के बाद भी रिश्वतखोरी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। शनिवार को ताजा मामला सिवनी जिले से सामने आया है। जबलपुर लोकायुक्त की टीम ने पंचायत समन्वयक अधिकारी सुमेरसिंह उइके को 15 हजार रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया।
निर्माण कार्य के बिलों का भुगतान
पंचायत समन्वयक अधिकारी की शिकायत निवर्तमान सरपंच पति सत्येंद्र सिंह राजपूत (53) पोतालपानी गांव निवासी ने लोकायुक्त जबलपुर में दर्ज कराई थी। आवेदक की पत्नी जो निवर्तमान सरपंच ग्राम पंचायत सागर में थी तभी उनके कार्यकाल में गांव पोतलपानी में सीसी रोड व नाली निर्माण कार्य कराया गया था। जिसके शेष बिल करीब 1 लाख 96 हजार रुपए का भुगतान करने के एवज में पंचायत समन्वय अधिकारी सुमेर सिंह उइके ने 15 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी।
जिला अस्पताल के सामने घूस लेते पकड़ा
शिकायत की जांच करने के बाद शनिवार दोपहर सिवनी जिला अस्पताल के सामने लोकायुक्त टीम ने केमिकल लगे नोट रिश्वत के तौर पर देने के लिए आवेदक सत्येंद्र सिंह राजपूत को भेजा। जैसे ही केमिकल लगे नोट सुमेर सिंह उइके ने अपने पास रखे, उसी समय लोकायुक्त दल ने रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
लोकायुक्त टीम के प्रभारी व निरीक्षक कमल सिंह उइके ने बताया कि, आरोपित पंचायत समन्वयक के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
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