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रेत के अवैध खनन, नर्मदा नदी की परिक्रमा को लेकर बना रहे वेब सीरीज और फिल्म

एक्टर, राइटर और डायरेक्टर विक्रम मस्ताल पहुंचे पीपुल्स समाचार

जो बालू (रेत) लोग अपने घरों को बनाने में इस्तेमाल कर रहे हैं, उनमें जाने कितने ही लोगों के खून के छींटे मिले हुए हैं। कुछ ऐसे संवाद के साथ एक्टर, राइटर और डायरेक्टर विक्रम मस्ताल अपनी बात शुरू करते हैं।

मप्र के सीहोर जिले के सलकनपुर के रहने वाले विक्रम मस्ताल, पीपुल्स समाचार के दफ्तर आए और उन्होंने आईएम भोपाल से नर्मदा नदी पर बन रही अपनी वेब सीरीज खनन-रक्त तारिणी पर बात की, जिसका पहला सीजन मप्र में शूट हो चुका है। विक्रम कहते हैं, जिस तेजी से नर्मदा नदी के आसपास रेत का अवैध खनन चल रहा है, उसे लेकर रिपोर्ट आईं हैं कि नदी का अस्तित्व खतरे में पड़ चुका है इसलिए मैंने खुद रिसर्च की और पाया कि यह बालू जाने कितने ही लोगों के खून के छींटों के साथ हमारे घर की दीवारों में समा रही है और इस ओर किसी का ध्यान नहीं है क्योंकि यह संगठित तरीके से मिलीभगत से हो रहा है। विक्रम साउथ की फिल्म टॉप गियर में भी काम कर चुके हैं फिल्म सस्पेंस, साक्षी, आंखें, 21 सरफरोश सारागढ़ी में उनके काम को सराहा गया। हाल में प्रकाश झा द्वारा निर्देशित वेब सीरीज आश्रम-3 में आईजी के रोल में नजर आए थे।

नर्मदा मैया पर बनेगी फिल्म प्रदक्षिणा

विक्रम कहते हैं कि जल्दी ही नर्मदा मैया को लेकर एक फिल्म का निर्माण करने जा रहा हूं। फिल्म को लेकर कहानी पूरी लिखी जा चुकी है। फिल्म का नाम प्रदक्षिणा रखा गया है। इस फिल्म में लीड रोल भी खुद ही कर रहा हूं, जिसके माध्यम से नर्मदा नदी की स्थिति दर्शकों के सामने आएगी। फिल्म में नर्मदा के उद्गम स्थल अमरकंटक से लेकर खंभात की खाड़ी में मिलने की शूटिंग की जाएगी। इस दौरान विभिन्न लोकेशन पर फिल्म की शूटिंग होगी। आजकल रिलीजियस टूरिज्म तो बढ़ रहा है लेकिन आस्था नहीं बढ़ रही। आस्था बढ़े इसलिए घूमनेफिर ने के तौर पर नहीं महसूस करने यात्रा करना होगी। विक्रम कहते हैं, लेखन की शुरूआत इसलिए की क्योंकि मुझे बचपन से लिखने का शौक रहा। जब मैं दसवीं में पढ़ता था, तब से लेकर आजतक हर दिन डायरी लिखता हूं।

पुलिस ऑफिसर बनना चाहता था

मैं अपनी व्यक्तित्व के मुताबिक सोचता था कि पुलिस ऑफिसर बनूंगा लेकिन जब किस्मत में कुछ और लिखा होता है तो कदम दूसरी तरफ ले ही जाते हैं। मैं मुंबई अपने मित्र से मिलने पहुंचा जो मुझे अपनी शूटिंग साइट पर बड़ौदा ले गए और वहां कुछ ऐसा हुआ कि मुझे अचानक ही पहला शो आंखें ऑफर हो गया क्योंकि मैं मार्शल आर्ट जानता था। इसके बाद साल 2012 में आनंद सागर की रामायण में हनुमानजी का किरदार निभाया जबकि मैं इंद्रजीत के रोल के लिए ऑडिशन देने गया था।

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