
इंदौर। इंदौर के समीप सांवेर में अंतिम यात्रा के दौरान मधुमक्खियों के हमला करने के कारण अफरा-तफरी मच गई। गांव के सैकड़ों लोगों के साथ-साथ परिजन अंतिम यात्रा में शामिल हुए थे। उसी दौरान मधुमक्खियों के झुंड ने अंतिम यात्रा में शामिल लोगों पर हमला बोल दिया। इसके कारण 50 से अधिक लोग घायल हो गए। घायल सांवेर अस्पताल में कराया है।
मुखाग्नि के दौरान मधुमक्खियों ने किया हमला
दरअसल, सांवेर निवासी एक महिला की शुक्रवार सुबह मृत्यु हो जाने के बाद उनकी अंतिम यात्रा में मुखाग्नि देने के दौरान मधुमक्खियों के झुंड ने अंतिम यात्रा में शामिल लोगों पर अचानक हमला कर दिया। मधुमक्खियों के काटने के कारण 50 से अधिक लोग घायल हो गए। जिन्हें परिजनों ने उपचार के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती करवाया है। वहीं मधुमक्खियों के काटने की वजह से कुछ लोगों की स्थिति गंभीर बनी हुई है।
#इंदौर : समीप सांवेर में अंतिम यात्रा में शामिल हुए 50 से अधिक लोगों को #मधुमक्खियों ने किया घायल। सांवेर जिला #अस्पताल में सभी को कराया। भर्ती कुछ की हालत गंभीर। मुखाग्नि देने के दौरान ही मधुमक्खियों ने हमला किया। @healthminmp #MPNews #BeesAttack #PeoplesUpdate pic.twitter.com/mQ8o05JVys
— Peoples Update (@PeoplesUpdate) March 4, 2023
क्या होता है मधुमक्खियों के काटने से
गौरतलब है कि मधुमक्खियों के डंक में ब्लड के रूप में जहर पाया जाता है। जब मधुमक्खी किसी को काटती है तो उसके डंक में शामिल जहर व्यक्ति के शरीर में पहुंचकर उसके ब्लड प्रेशर की क्षमता को कम कर देता है। जिसके कारण हार्ट अटैक आने की संभावना होती है। वहीं यदि घायल व्यक्ति को समय पर इलाज मुहैया करवाया जाए तो व्यक्ति जल्द स्वस्थ हो जाता है। मधुमक्खी के काटने के बाद व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता का भी महत्व होता है। क्योंकि बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। इसलिए बच्चों में मधुमक्खी के जहर का असर काफी तेजी से होता है।