
भोपाल। मध्यप्रदेश के नगरीय निकायों के जनप्रतिनिधियों का मानदेय अब दोगुना होगा। सोमवार को निकायों के जनप्रतिनिधियों के सम्मेलन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसकी घोषणा की। इसके बाद नगर पालिका अध्यक्ष का मानदेय 5,000 से बढ़कर 10,000 रुपए हो जाएगा, जबकि पार्षदों का मानदेय 1,800 से बढ़कर 3,600 रुपए होगा। इसके साथ ही सीएम मंच से निकायों की सड़कों की मरम्मत के लिए 770 रुपए देने की घोषणा की। इस दौरान उन्होंने मंच से महापौरों, पालिकाध्यक्षों और पार्षदों को टिप्स भी दिए।
पार्षदों से बोले- अहंकार मत करना
मुख्यमंत्री ने पार्षदों से कहा- जनता किसके पास जाएगी, पार्षद के पास, इसलिए मेयर और अध्यक्ष से भी बड़ी जवाबदारी पार्षद की है। मुख्यमंत्री, मंत्री यदि अच्छा काम कर पाएंगे तो पार्षदों की वजह से, इसलिए पार्षद अहंकार न रखें। विनम्र रहें। जरा भी अहंकार आया तो जनता की नजरों से उतर जाएंगे। उन्होंने ये भी कहा- बिना दस्तावेज पढ़े कहीं भी साइन नहीं करें। पहले नियम देख लें।
हमने गुंडों से 21 हजार एकड़ जमीन खाली कराई
सीएम ने कहा- जमीनों पर दबंग कब्जा कर लेते हैं। लेकिन, मप्र की धरती पर हमने ऐसे गुंडे, बदमाश और दबंगों को कुचलकर 21 हजार एकड़ जमीन मुक्त कराई है। इसमें आपका भी सहयोग जरूरी है। उन्होंने कहा कि जो जमीन शहर में है, वहां हम गरीबों के मकान बनाएंगे। यदि अधिकारी समय सीमा में अनुमति नहीं देता है तो उसके खिलाफ हर दिन जुर्माना करेंगे।
सफल होने के लिए सीएम के सूत्र
पांव में चक्कर : रोज लोगों के बीच जाएं।
मुंह में शक्कर : मतलब कड़वा मत बोलो, मीठा बोलो।
सीने में आग : काम करने की तलब रखो।
माथे पर बर्फ रखें : शांति बनाएं रखें।
सीएम ने सम्मेलन में कहीं ये बातें
- हर निकाय में पेड़ लगाने का स्थान तय करें।
- हर शहर में दीनदयाल योजना लागू होगी।
- हर शहर में रैन बसेरा होने चाहिए,अधिकारी इस पर ध्यान दें।
- 770 करोड़ रुपए आज ही सड़कों की मरम्मत के लिए दे रहे हैं।
- नए CMO की भर्ती होगी, सफाईकर्मी के लिए समूह बीमा योजना 2 से बढ़ाकर5 लाख होगी।
- 2 करोड़ नगर पालिका कार्यालय के लिए देंगे।