ताजा खबरलाइफस्टाइल

Monsoon Blues : बारिश में क्यों चिड़चिड़े हो जाते हैं कुछ लोग? क्या है मानसून ब्लूज की वजह, जानें इससे कैसे बचें

बारिश में मिट्टी की खुशबू और ठंडी हवाएं जहां कुछ लोगों को सुकून देती हैं, वहीं कुछ लोग इस मौसम में खुद को अचानक ही उदास, चिड़चिड़ा और थका हुआ और डिप्रेस्ड महसूस करने लगते हैं। अगर आपके साथ भी ऐसा हो रहा है, तो हो सकता है आप ‘मानसून ब्लूज’ नामक डिसऑर्डर से जूझ रहे हैं।

सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर हैं इसका कारण

मानसून ब्लूज एक तरह का सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर (SAD) है, जिसमें मौसम में बदलाव के साथ हमारे मूड पर भी असर पड़ता है। मानसून में अक्सर सूरज की रोशनी कम हो जाती है, जिससे हमारे दिमाग में मौजूद सेरोटोनिन नाम का हार्मोन कमजोर पड़ जाता है। जिससे हम उदासी, चिड़चिड़ापन और अकेलेपन महसूस करने लगते हैं।

क्या हैं मानसून ब्लूज के लक्षण

मानसून ब्लूज से जूझ रहे लोगों में अधिक उदास महसूस करते हैं, उन्हें जल्दी थकान, सुस्ती और चिड़चिड़ापन होता हैं। इसके अलावा भूख ना लगना, किसी भी काम को करने का मन ना करना आदि जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं। यह समस्या ज्यादातर स्ट्रेस-एंग्जायटी या डिप्रेशन के शिकार लोगों में देखी जाती है।

मानसून ब्लूज से ऐसे पाएं राहत

अंधेरे से बनाए दूरी: कोशिश करें कि दिन के समय ज्यादा से ज्यादा प्राकृतिक रोशनी में रहें। रोशनी हमारे दिमाग को पॉजिटिव सिग्नल भेजती है। घर में भी Warm light का उपयोग करें।

मन और शरीर को रखें एक्टिव: इस मौसम में शारीरिक और मानसिक रूप से शरीर को एक्टिव रखें। रोजाना हल्की फुलकी एक्सरसाइज जैसे- वॉक, योग या रस्सी कूदना करें। मेडिटेशन और डीप ब्रीदिंग से भी मूड में सुधार आ सकता है।

सही खानपान है जरूरी: मानसून में तली-भुनी चीजो की जगह पौष्टिक आहार लें। फल, सब्जियां और हल्का खाना मूड को बैलेंस करती हैं। ग्रीन टी या हर्बल ड्रिंक्स भी इसमें कारगर हैं।

नींद को न करें नजरअंदाज: हर दिन 7-8 घंटे की नींद लेना आपके मूड और एनर्जी के लिए बेहद जरूरी है।

तो इस मानसून खुद को ब्लूज से बचाएं और सुहाने मौसम का भरपूर आनंद लें।

 

संबंधित खबरें...

Back to top button