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हरदा में करणी सेना का उग्र प्रदर्शन : आंसू गैस, वाटर कैनन और लाठीचार्ज के बाद हालात काबू में, 50 से ज्यादा कार्यकर्ता गिरफ्तार

हरदा। मध्य प्रदेश के हरदा जिले में करणी सेना के कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच रविवार को तनावपूर्ण टकराव हुआ। हालात तब बिगड़े जब बीते दिन करणी सेना के कुछ नेताओं की गिरफ्तारी के विरोध में कार्यकर्ताओं ने चक्काजाम किया। पुलिस को स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए वाटर कैनन और आंसू गैस का सहारा लेना पड़ा। इस दौरान करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीवन सिंह शेरपुर समेत 50 से ज्यादा कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया।

क्यों भड़का करणी सेना का गुस्सा?

इस पूरे विवाद की जड़ एक पुराना मामला है जिसमें करणी सेना के पदाधिकारी आशीष राजपूत से हीरा खरीदने के नाम पर 18 लाख रुपए की धोखाधड़ी हुई थी। उन्होंने विकास लोधी, मोहित वर्मा और उमेश तपानिया पर केस दर्ज कराया था। पुलिस ने मोहित वर्मा को गिरफ्तार किया और जब शनिवार को पुलिस आरोपी को कोर्ट में चालान पेश करने ले जा रही थी, तभी लगभग 40 कार्यकर्ताओं ने आरोपी को उनके हवाले करने की मांग को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस ने इस दौरान करणी सेना के जिलाध्यक्ष सुनील राजपूत, आशीष राजपूत सहित चार लोगों को हिरासत में ले लिया, जिसके विरोध में रविवार को प्रदर्शन तेज हो गया।

बायपास पर चक्काजाम, फिर पुलिस कार्रवाई

शनिवार देर शाम से ही करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने हरदा बायपास रोड पर हनुमान मंदिर के सामने चक्काजाम शुरू कर दिया था। मांग थी कि गिरफ्तार कार्यकर्ताओं को रिहा किया जाए। प्रशासन की अपील को अनसुना करते हुए जब प्रदर्शनकारी नहीं माने, तो रविवार सुबह पुलिस ने वाटर कैनन का प्रयोग किया और उसके बाद आंसू गैस के गोले छोड़े। फिर लाठीचार्ज कर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा गया।

कलेक्टर बोले-समझाइश दी, लेकिन नहीं माने

हरदा कलेक्टर सिद्धार्थ जैन ने कहा कि प्रदर्शनकारियों को पहले शांति से समझाया गया, लेकिन जब वे हटने को तैयार नहीं हुए, तब पुलिस को सख्ती करनी पड़ी। अब स्थिति पर नियंत्रण पा लिया गया है, हालांकि इलाके में तनाव बना हुआ है।

छात्रावास को बनाया अस्थाई जेल

महाराणा प्रताप कॉलोनी स्थित राजपूत छात्रावास को अस्थाई जेल में तब्दील कर दिया गया है। यहां गिरफ्तार कार्यकर्ताओं को रखा गया है। बड़ी संख्या में राजपूत समाज और सर्व समाज के लोग छात्रावास परिसर में जुटे हैं। विधायक डॉ. आर. के. दोगने भी मौके पर मौजूद हैं और प्रशासन से बातचीत कर रहे हैं। एडीएम सतीश राय, एसडीएम कुमार शानू देवड़िया और एएसपी आरडी प्रजापति राजपूत भी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।

बाहर से भी बुलाया गया फोर्स

हरदा में तनाव को देखते हुए नर्मदापुरम, बैतूल, सीहोर, देवास और खंडवा से अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया है। कुल मिलाकर 300 से ज्यादा जवान शहर में तैनात किए गए हैं। पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है और जहां भी भीड़ नजर आ रही है, वहां सख्ती से कार्रवाई की जा रही है।

क्या कहती है करणी सेना?

करणी सेना का कहना है कि उनके नेताओं की गिरफ्तारी बिना किसी वैध कारण के की गई है और यह राजपूत समाज का अपमान है। संगठन के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि जिला प्रशासन जानबूझकर कार्रवाई कर रहा है और उनके साथ भेदभाव किया जा रहा है।

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