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ब्राउजिंग का नया युग शुरू… Chrome और Firefox भूल जाइए! Perplexity ने लॉन्च किया AI-पावर्ड ब्राउजर ‘Comet’

AI-सर्च इंजन कंपनी Perplexity ने तकनीकी दुनिया में एक बड़ा कदम उठाते हुए शुक्रवार को अपना नया AI-बेस्ड ब्राउजर ‘Comet’ लॉन्च कर दिया। यह ब्राउजर न सिर्फ इंटरनेट ब्राउजिंग को आसान बनाता है, बल्कि यूजर्स को एक स्मार्ट डिजिटल असिस्टेंट जैसी सुविधाएं भी देता है। यह ब्राउजर बाकी ब्राउजरों जैसे Google Chrome, Microsoft Edge या Mozilla Firefox से काफी अलग है।

फिलहाल Comet केवल Perplexity Max Plan ($200 प्रति माह) के सब्सक्राइबर्स के लिए इनवाइट-ओनली बेसिस पर उपलब्ध है, लेकिन कंपनी का लक्ष्य है कि गर्मी 2025 तक इसे आम उपयोगकर्ताओं के लिए भी शुरू किया जाए।

Google Chrome को चुनौती देने वाला AI ब्राउज़र?

Google Chrome जैसे पारंपरिक ब्राउज़रों से अलग, Comet ब्राउज़र एक AI सहायक के तौर पर डिज़ाइन किया गया है। इसमें न केवल ब्राउज़िंग की सुविधाएं हैं, बल्कि यह ईमेल का सारांश तैयार करना, मीटिंग शेड्यूल करना, ऑनलाइन खरीद के लिए सुझाव देना, वीडियो या आर्टिकल पढ़कर उसके बारे में सवालों का जवाब देना जैसे काम भी कर सकता है। इससे उपयोगकर्ता को अलग-अलग टैब खोलने या कई साइट्स पर जाने की जरूरत नहीं पड़ती।

टेक्नोलॉजी और डिजाइन: क्रोमियम बेस पर एड-फ्री अनुभव

Comet ब्राउज़र क्रोमियम बेस्ड है, जिससे यूजर्स को Chrome जैसा इंटरफेस मिलेगा। इसका मतलब है कि यूजर Chrome Extensions, बुकमार्क्स और सेटिंग्स को एक क्लिक में इम्पोर्ट कर सकते हैं। खास बात यह है कि इसमें विज्ञापन पूरी तरह से ब्लॉक कर दिए गए हैं ताकि ब्राउज़िंग का अनुभव बिना किसी रुकावट के हो।

Comet Assistant: ब्राउज़िंग से ज्यादा, समझने और संवाद करने की क्षमता

Comet में सबसे खास फीचर है इसका AI Assistant Sidebar, जो पेज के किनारे दिखता है। ये किसी भी ओपन टैब के कंटेंट को समझ सकता है और यूजर के सवालों का जवाब दे सकता है, वह भी बिना टैब बदले। उदाहरण के लिए यदि कोई यूजर यूट्यूब वीडियो या गूगल डॉक पढ़ रहा है, तो AI उससे जुड़े सवालों का जवाब उसी स्क्रीन पर दे सकता है।

Comet में Context Retention भी है यानी टास्क या टैब बदलने पर भी बातचीत जारी रहती है। इससे लंबे रिसर्च या काम के दौरान उपयोगकर्ताओं को मदद मिलती है।

एजेंटिक टास्क और AI बातचीत की सुविधा

Comet सिर्फ सवालों का जवाब देने तक सीमित नहीं है, यह फॉर्म भरना, शॉपिंग सुझाव देना, मीटिंग बुक करना जैसे कार्य भी कर सकता है। इसमें GPT जैसे इंटरफेस में ही ब्राउज़र से बात की जा सकती है, जिससे उपयोगकर्ता को अतिरिक्त ऐप्स या टैब खोलने की जरूरत नहीं पड़ती।

प्राइवेसी का ध्यान

Perplexity का दावा है कि Comet पूरी तरह से प्राइवेसी-फोकस्ड ब्राउज़र है। इसमें उपयोगकर्ता का डेटा लोकली स्टोर होता है और AI मॉडल की ट्रेनिंग में इसका उपयोग नहीं किया जाता। इससे यूजर्स को डेटा सेफ्टी को लेकर भरोसा मिल सकता है।

पब्लिशर्स के लिए भी तैयार की गई रणनीति

Perplexity को इससे पहले कुछ मीडिया हाउसों से बिना अनुमति कंटेंट इस्तेमाल करने को लेकर आलोचना झेलनी पड़ी थी। अब कंपनी ने एक पब्लिशर पार्टनरशिप प्रोग्राम भी शुरू किया है, ताकि कंटेंट प्रोवाइडर्स को सही श्रेय और लाभ मिल सके।

कीमत और उपलब्धता

Comet अभी केवल Perplexity Max Plan (200 डॉलर/माह) के सब्सक्राइबर्स के लिए इनवाइट-ओनली एक्सेस में उपलब्ध है। इसे फिलहाल macOS और Windows प्लेटफॉर्म पर चलाया जा सकता है। आने वाले महीनों में कंपनी इसे Linux, Android और iOS प्लेटफॉर्म पर भी उपलब्ध कराने की योजना बना रही है।

क्या Perplexity Google को दे पाएगा टक्कर?

दुनियाभर में करीब 3 अरब से ज्यादा लोग Google Chrome का इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में Comet जैसे ब्राउज़र की सफलता इस बात पर निर्भर करेगी कि वह आम उपयोगकर्ताओं के लिए कितना सुगम और उपयोगी साबित होता है। लेकिन जिस रफ्तार से AI और डिजिटल असिस्टेंट आधारित ब्राउज़िंग की मांग बढ़ रही है, उसमें Comet एक मजबूत दावेदार बन सकता है।

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