
अमेरिका के चर्चित उद्योगपति और टेस्ला व स्पेसएक्स जैसी दिग्गज कंपनियों के मालिक एलन मस्क अब अमेरिकी राजनीति में उतर चुके हैं। हाल ही में उन्होंने ‘अमेरिका पार्टी’ नाम से एक नई राजनीतिक पार्टी की घोषणा की है, जिसका उद्देश्य रिपब्लिकन और डेमोक्रेट्स के दबदबे वाले अमेरिकी द्विदलीय लोकतंत्र में एक वैकल्पिक विकल्प देना है। खास बात यह है कि एलन मस्क ने इस पार्टी की कमान अपने बेहद करीबी और टेस्ला के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर वैभव तनेजा को भी सौंपी है। उन्हें पार्टी का कोषाध्यक्ष और कस्टोडियन दोनों बनाया गया है, जिससे उनकी भूमिका पार्टी के वित्तीय और प्रशासनिक मामलों में बेहद अहम हो गई है।
एलन मस्क की नाराजगी के बाद लिया गया राजनीतिक फैसला
एलन मस्क का राजनीति में आना अचानक नहीं है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा ‘बिग ब्यूटीफुल बिल’ पर हस्ताक्षर करने के बाद मस्क ने सार्वजनिक रूप से अपनी नाराजगी जाहिर की और इसके कुछ ही समय बाद ‘अमेरिका पार्टी’ की घोषणा कर दी। एलन मस्क का मानना है कि अमेरिका को असली आजादी तभी मिलेगी जब लोगों के पास एक मजबूत तीसरा विकल्प मौजूद होगा। उनका कहना है कि अमेरिका में रिपब्लिकन और डेमोक्रेट्स से इतर एक नई सोच और नेतृत्व की जरूरत है और यही भूमिका अब उनकी पार्टी निभाएगी।
वैभव तनेजा को क्यों मिला अहम पद
टेस्ला में लंबे समय से वित्तीय और प्रशासनिक जिम्मेदारियों को संभालने वाले वैभव तनेजा को इस पार्टी में कोषाध्यक्ष और कस्टोडियन जैसे दो महत्वपूर्ण पद देने के पीछे एलन मस्क की उन पर भरोसे की गहराई साफ दिखती है। तनेजा की छवि एक अनुभवी वित्तीय प्रबंधक की रही है, जिन्होंने टेस्ला में कॉर्पोरेट कंट्रोलर, चीफ अकाउंटिंग ऑफिसर और अब चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर जैसे पदों पर सफलता पूर्वक कार्य किया है। एलन मस्क की आर्थिक रणनीतियों को लागू करने में उनकी अहम भूमिका रही है। यही अनुभव अब अमेरिका पार्टी के वित्तीय आधार को मजबूत करने में काम आएगा।
क्या होती है कोषाध्यक्ष की भूमिका
राजनीतिक पार्टी में कोषाध्यक्ष की भूमिका बेहद संवेदनशील होती है। उन्हें न सिर्फ पार्टी के कोष और संसाधनों की निगरानी करनी होती है बल्कि पार्टी के खर्च, चंदा, कर्ज और वित्तीय पारदर्शिता को भी सुनिश्चित करना होता है। अमेरिका जैसे देश में, जहां राजनीतिक चंदे और खर्च की सार्वजनिक निगरानी की जाती है, वहां कोषाध्यक्ष की भूमिका और भी जिम्मेदार हो जाती है।
भारत से अमेरिका तक का सफर
वैभव तनेजा मूल रूप से भारतीय हैं और उन्होंने अपनी शुरुआती शिक्षा और पेशेवर योग्यता भारत में ही प्राप्त की है। दिल्ली विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन करने के बाद वह साल 2000 में चार्टर्ड अकाउंटेंट बने और फिर अमेरिका में जाकर सर्टिफाइड पब्लिक अकाउंटेंट की उपाधि प्राप्त की। उन्होंने करीब 17 साल तक प्राइस वाटर हाउस कूपर्स जैसी प्रतिष्ठित ऑडिटिंग कंपनी में काम किया। इसके बाद उन्होंने एलन मस्क के रिश्तेदारों द्वारा स्थापित सोलर सिटी में प्रवेश किया और फिर जब मस्क ने सोलर सिटी का टेस्ला में विलय किया, तब वह टेस्ला में आ गए। 2017 में उन्हें कॉर्पोरेट कंट्रोलर बनाया गया और फिर वह लगातार उन्नति करते हुए आज टेस्ला के CFO बन चुके हैं।
भारत से जुड़े मामलों में भी रखते हैं गहरी रुचि
वैभव तनेजा का भारत से संबंध सिर्फ जन्मभूमि तक ही सीमित नहीं है, बल्कि वे भारतीय बाजार और नीतियों में भी गहरी रुचि रखते हैं। वर्ष 2021 में उन्हें टेस्ला इंडिया मोटर्स एंड एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड का निदेशक नियुक्त किया गया था। भारत में टेस्ला के प्रवेश की योजनाओं को लेकर भी वे सक्रिय भूमिका में रहे हैं।