
वॉशिंगटन डीसी। अमेरिका के टेक्सास राज्य में ग्वाडालूप नदी में अचानक आई भीषण बाढ़ ने भयानक तबाही मचा दी है। तीन दिन के अंदर इस प्राकृतिक आपदा में अब तक 80 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 41 लोग अभी भी लापता हैं। बाढ़ इतनी तेज थी कि कई वाहन, घर और पेड़ बह गए।
नदी किनारे लगा था समर कैंप
ग्वाडालूप नदी के किनारे एक लड़कियों का समर कैंप चल रहा था, जहां 750 लड़कियां मौजूद थीं। बाढ़ के समय यह कैंप भी चपेट में आ गया, लेकिन राहत की बात यह रही कि सभी लड़कियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
शुक्रवार (4 जुलाई) को टेक्सास के सैन एंटोनियो में 15 इंच यानी 38 सेंटीमीटर बारिश हुई। मौसम विभाग के मुताबिक, सिर्फ 45 मिनट के भीतर ग्वाडालूप नदी का जलस्तर 26 फीट (8 मीटर) तक बढ़ गया, जिससे बाढ़ अचानक और खतरनाक हो गई।
बचाव कार्य में जुटे हेलिकॉप्टर और ड्रोन
बचाव और राहत कार्य तेज कर दिया गया है। हेलिकॉप्टर और ड्रोन की मदद से अब भी लोगों की तलाश की जा रही है। जिन इलाकों में सड़कें पूरी तरह डूब चुकी हैं, वहां हवा से ही बचाव संभव है। राहत दल चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं।
हालात अब भी सामान्य नहीं हैं। मौसम विभाग ने ग्वाडालूप नदी के किनारे रहने वाले लोगों को तुरंत ऊंचे स्थानों पर जाने की चेतावनी जारी की है। अगले 48 घंटों में और बारिश होने की संभावना बताई गई है।
पीएम मोदी और पोप लियो XIV ने जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को इस घटना पर गहरा दुख जताते हुए मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की। वहीं, पोप लियो XIV ने भी रविवार को सेंट पीटर्स स्क्वायर से संबोधन के दौरान बाढ़ पीड़ितों के लिए प्रार्थना की। उन्होंने विशेष रूप से समर कैंप की लड़कियों और उनके परिवारों के लिए शांति की कामना की।
ट्रंप बोले- हम टेक्सास के साथ हैं
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि, वे जल्द ही टेक्सास का दौरा करेंगे। उन्होंने कहा, यह बहुत भयानक हादसा है। हम टेक्सास के नेताओं के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। हम वहां लगातार मदद पहुंचाएंगे।
लोगों ने पेड़ों पर चढ़कर बचाई जान
स्थानीय लोगों ने मीडिया को बताया कि बाढ़ इतनी तेजी से आई कि उन्हें कुछ समझ ही नहीं आया। कई लोगों ने पेड़ों पर चढ़कर अपनी जान बचाई। कुछ लोगों के मुताबिक, पानी का बहाव इतना तेज था कि भारी ट्रेलर और कारें भी बह गईं। तेज बारिश और बाढ़ की वजह से बिजली लाइनें टूट गईं, जिससे करीब 2,600 घरों में बिजली आपूर्ति बंद हो गई थी। कई इलाकों में ट्रांसफॉर्मर पानी में डूब गए, जिससे मरम्मत कार्य में भी दिक्कतें आईं।
बचाव दलों का कहना है कि बारिश थमी नहीं है और हालात अभी भी बिगड़ सकते हैं। लोगों से अपील की जा रही है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।