
अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और टेस्ला के सीईओ एलन मस्क के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। वजह बना है ट्रंप का महत्वाकांक्षी विधेयक One Big, Beautiful Bill, जिस पर बीते 12 घंटों से अमेरिकी सीनेट में मैराथन वोटिंग चल रही है। इस बिल को लेकर एलन मस्क के कड़े विरोध के बाद ट्रंप ने पलटवार करते हुए मस्क को सबसे ज्यादा सरकारी सब्सिडी पाने वाला इंसान करार दिया और तीखा हमला बोला।
ट्रंप बोले- दुकान समेटो और साउथ अफ्रीका लौटो
डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर एलन मस्क को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, “मुझे राष्ट्रपति बनने में मदद करने से पहले मस्क जानता था कि मैं इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की बाध्यकारी नीतियों के खिलाफ हूं। इलेक्ट्रिक कारें ठीक हैं, लेकिन लोगों पर थोपी नहीं जा सकतीं। मस्क को अब तक इतिहास में सबसे ज्यादा सरकारी सब्सिडी मिली है। अगर ये बंद हो जाएं, तो उन्हें अपना कारोबार बंद कर साउथ अफ्रीका लौटना होगा।”
उन्होंने आगे कहा कि DOGE (Department of Government Efficiency) को मस्क को मिली सभी सब्सिडी और सरकारी कॉन्ट्रैक्ट्स की जांच करनी चाहिए। ट्रंप ने कटाक्ष करते हुए कहा कि “अगर हम मस्क पर कैंची चलाएं, तो अमेरिका अरबों डॉलर बचा सकता है।”
क्यों बिल के विरोध में हैं एलन मस्क?
एलन मस्क ने ट्रंप के One Big, Beautiful Bill को “देश की आर्थिक तबाही” बताया है। उनका तर्क है कि इस विधेयक से अमेरिका का राष्ट्रीय कर्ज 2.4 ट्रिलियन डॉलर से बढ़कर लगभग 5 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच सकता है।
मस्क का कहना है:
- इससे बजट घाटा और महंगाई बढ़ेगी।
- अमेरिकी नागरिकों पर कर का बोझ बढ़ेगा।
- यह बिल इलेक्ट्रिक वाहन टैक्स क्रेडिट और क्लीन एनर्जी इंसेंटिव्स खत्म कर देगा, जिससे टेस्ला जैसे व्यवसायों को गहरा झटका लगेगा।
मस्क की चेतावनी- बिल पास हुआ तो नई पार्टी बनाएंगे
बिल के खिलाफ मस्क ने धमकी भरे लहजे में कहा कि अगर यह पास हुआ तो वे नई राजनीतिक पार्टी लॉन्च करेंगे। उन्होंने चेतावनी दी है कि, “हर वह सांसद जो इस बिल का समर्थन करेगा, उसे अगले प्राइमरी चुनाव में हार का सामना करना पड़ेगा।”
मस्क ने यह भी कहा कि अमेरिका को डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन के अलावा भी राजनीतिक विकल्प चाहिए जो जनता की असल आवाज बन सकें।
दोनों दिग्गजों की जंग अब राजनीति बनाम टेक्नोलॉजी
एक ओर ट्रंप हैं, जो इस बिल के जरिए सरकारी खर्च पर नियंत्रण और पारंपरिक ऊर्जा पर भरोसे की वकालत कर रहे हैं। दूसरी ओर मस्क हैं, जो टेक्नोलॉजी, स्वच्छ ऊर्जा और ईवी क्रांति के प्रवक्ता बनकर उभरे हैं।
ट्रंप का आरोप है कि, मस्क की सफलता सरकारी मदद की वजह से है, जबकि मस्क मानते हैं कि देश की भलाई के लिए सरकार को इनोवेशन को सपोर्ट करना चाहिए, न कि उसे कुचलना चाहिए।
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