
वॉशिंगटन डीसी। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बड़ा बयान देते हुए कहा है कि गाजा में चल रहा इजराइल-हमास युद्ध अगले एक हफ्ते में थम सकता है। ट्रंप ने शुक्रवार को व्हाइट हाउस स्थित ओवल ऑफिस में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि उन्होंने सीजफायर की कोशिश में लगे कुछ महत्वपूर्ण लोगों से बातचीत की है और उन्हें उम्मीद है कि सीजफायर बहुत जल्द संभव हो सकेगा। हालांकि ट्रंप ने यह नहीं बताया कि उन्होंने किन लोगों से बात की है, लेकिन उनका दावा है कि हम उस मुकाम के बहुत करीब हैं जहां युद्ध को पूरी तरह रोका जा सकता है।
ईरान संघर्ष रोकने के बाद अब गाजा युद्ध पर नजर
डोनाल्ड ट्रंप हाल ही में ईरान और अमेरिका के बीच बढ़ते तनाव को कम करने में कामयाब रहे थे। अब वे गाजा पट्टी में जारी युद्ध को खत्म कराने की दिशा में सक्रिय हो गए हैं। उन्होंने इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से 10 जून को फोन पर बातचीत भी की थी, जिसमें उन्होंने गाजा में युद्ध को रोकने और सभी बंधकों की रिहाई पर बल दिया था।
ट्रंप ने कहा, “यह सिर्फ युद्धविराम या बंधकों की रिहाई तक सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि युद्ध का पूरी तरह से अंत किया जाना चाहिए।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि अगर गाजा में शांति बहाल होती है तो ईरान और सऊदी अरब के साथ अमेरिका की कूटनीतिक बातचीत को भी बल मिलेगा।
21 महीने से जारी है गाजा युद्ध
गौरतलब है कि 7 अक्टूबर 2023 को हमास ने इजराइल पर हमला कर दिया था, जिसके बाद से गाजा पट्टी में युद्ध जारी है। इस हमले में 1,200 से ज्यादा इजराइली नागरिक मारे गए थे और करीब 251 लोगों को बंधक बना लिया गया था। इसके जवाब में इजराइल ने व्यापक सैन्य अभियान चलाया, जिसमें गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार अब तक 56,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं।
हमास ने यह हमला इजराइल की गाजा पट्टी पर लंबे समय से की जा रही नाकाबंदी, कब्जा और हजारों फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई की मांग को लेकर किया था।
भारत-पाक युद्ध रोकने का क्रेडिट भी फिर से लिया
डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध रोकने का श्रेय खुद को दिया है। उन्होंने कहा कि जब दोनों देश युद्ध के मुहाने पर थे, तब उन्होंने अपने अधिकारियों को भारत और पाकिस्तान के साथ सभी व्यापारिक समझौते रद्द करने की चेतावनी देने के निर्देश दिए थे।
उन्होंने कहा, “मैंने दोनों देशों को स्पष्ट कहा कि यदि युद्ध नहीं रुका, तो अमेरिका दिल्ली और इस्लामाबाद दोनों के साथ व्यापार बंद कर देगा। उसके बाद ही दोनों देशों ने तनाव कम किया।”