
12 जून को अहमदाबाद में हुए एअर इंडिया के प्लेन क्रैश के बाद एविएशन रेगुलेटर DGCA ने बड़ी कार्रवाई की है। शनिवार को एयरलाइंस को आदेश दिया गया कि वह अपने तीन वरिष्ठ अफसरों को उनके मौजूदा पदों से हटाए। इन अधिकारियों पर सेफ्टी नियमों के उल्लंघन का आरोप है।
तीन अफसर हटाए गए, सेफ्टी में चूक का आरोप
DGCA ने जिन अधिकारियों को हटाने का आदेश दिया, उनमें डिविज़नल वाइस प्रेसिडेंट चूड़ा सिंह, चीफ मैनेजर (क्रू शेड्यूलिंग) पिंकी मित्तल और प्लानिंग मैनेजर पायल अरोड़ा शामिल हैं। इन पर तीन बड़े आरोप लगाए गए हैं-
- नियमों के खिलाफ जाकर क्रू पेयरिंग करना
- जरूरी उड़ान अनुभव और लाइसेंसिंग शर्तों का उल्लंघन
- क्रू शेड्यूलिंग के तय प्रोटोकॉल की अनदेखी
DGCA का सख्त आदेश : 10 दिन में मांगी रिपोर्ट
DGCA ने एअर इंडिया को कहा है कि ये अफसर अब किसी भी क्रू शेड्यूलिंग या रोस्टरिंग के काम में शामिल नहीं रहेंगे। साथ ही-
- इन अधिकारियों को नॉन-ऑपरेशनल पोस्ट पर भेजा जाए
- इनसे फ्लाइट सेफ्टी या क्रू अनुपालन से जुड़ा कोई काम न लिया जाए
- उनके खिलाफ इंटरनल जांच शुरू की जाए
- पूरी रिपोर्ट 10 दिन में DGCA को सौंपी जाए
एअर इंडिया का जवाब : आदेश पर अमल शुरू
एअर इंडिया ने कहा है कि DGCA के आदेश को तुरंत लागू कर दिया गया है। कंपनी के चीफ ऑपरेशंस ऑफिसर अब खुद इंटिग्रेटेड ऑपरेशंस कंट्रोल सेंटर की निगरानी करेंगे।
भविष्य में नियम तोड़े तो होगी और सख्त कार्रवाई
DGCA ने साफ किया है कि अगर भविष्य में भी क्रू शेड्यूलिंग, लाइसेंसिंग या फ्लाइट समय से जुड़े किसी भी नियम का उल्लंघन होता है तो कड़ी सजा दी जाएगी। इसमें जुर्माना, लाइसेंस सस्पेंड करना या ऑपरेटिंग परमिट रद्द करना शामिल है।
अहमदाबाद में हुआ था बड़ा हादसा
12 जून को लंदन जा रही एअर इंडिया की फ्लाइट AI-171 उड़ान भरते ही क्रैश हो गई थी। विमान मेडिकल कॉलेज हॉस्टल से टकरा गया था। इस भीषण हादसे में यात्रियों समेत 270 लोगों की मौत हुई थी। इसी के बाद यह कार्रवाई की गई है।