
इंदौर — अपने बयानों के लिए पहचान रखने वाली उषा ठाकुर ने एक बार फिर लव जिहाद करने वालों के खिलाफ तीखी प्रक्रिया दी हैं । उषा ठाकुर शनिवार को योग दिवस पर शामिल होने आई थी इस दौरान मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि लव जिहादी के प्रजनांग काटे जाए और बिना मुकदमे चलाए ऐसे लोगों को फांसी दी जाए। वही अनवर डकैत की पुरी गैंग का कारनामा जो सामने ये उन्हे बख्शा नहीं जाएगा। जिस तरह शिरीत की दुहाई को जो गणित कर काम कर रहे हैं उसी कानून के तहत मिले इनको सजा ।
हिंदू युवतियों को देह व्यापार में धकेलने की साजिश –
गौरतलब है कि इंदौर में कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी पर लव-जिहाद और हिंदू युवतियों को देह व्यापार में धकेलने की साजिश रचने का केस दर्ज किया गया था। पुलिस ने शुक्रवार को दो आरोपियों- साहिल शेख और अल्ताफ को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में दोनों ने खुलासा किया कि पार्षद कादरी ने उन्हें हिंदू लड़कियों से शादी कर धर्म परिवर्तन और देह व्यापार कराने के लिए उकसाया था। इसके लिए बकायदा पैसे दिए थे। मामले का खुलासा हुआ था, जब दोनों पीड़ित युवतियां हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं से मिलीं। उनसे जानकारी लेकर कार्यकर्ताओं ने दोनों आरोपियों को पकड़ा। संगठन के सदस्यों ने दोनों आरोपियों का वीडियो भी जारी किया था। इसमें आरोपियों ने पार्षद अनवर कादरी का नाम लिया था।
बाणगंगा टीआई सियाराम गुर्जर के अनुसार, एक युवती की शिकायत पर मौनी बाबा आश्रम के पीछे रहने वाले साहिल शेख पर लव जिहाद और दुष्कर्म का केस दर्ज किया गया था। दूसरी महिला की शिकायत पर नरवल निवासी अल्ताफ अली के खिलाफ भी दुष्कर्म का केस दर्ज किया है। रविवार को पुलिस ने अनवर को आरोपी बनाया। पुलिस ने उसी रात अनवर कादरी के घर दबिश दी, पर वह भाग गया।अनवर 2011 में एक साल की सजा भी काट चुका है। अनवर लव जिहाद के लिए फंडिंग के मामले में फरार है। उसने मुस्लिम लड़कों को तीन लाख रुपए देकर कहा था- हिंदू लड़कियों से शादी करें और फिर उन्हें देह व्यापार में धकेलें।
पुलिस ने अनवर पर 10 हजार का इनाम घोषित किया है। उसकी तलाश में पुलिस की टीमें छापे मार रही हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने खुद इस मामले में पुलिस को सख्त कार्रवाई की खुली छूट दी है। वहीं, कांग्रेस इसे राजनीतिक साजिश बता रही है।
डकैत हो या उसका आप उसे बख्शा नहीं जाएगा-
मुख्यमंत्री ने इंदौर दौरे के दौरान लव जिहाद के मामले में कड़ा रुख अपनाते हुए स्पष्ट शब्दों में कहा कि जो कानून तोड़ेगा, उस पर सरकार की कार्रवाई बेहद सख्त होगी – चाहे वह कोई अपराधी हो या फिर उसका राजनीतिक संरक्षणदाता।“हमारी सरकार कानून का पालन करवाने के लिए प्रतिबद्ध है। जो भी कानून तोड़ेगा, उस पर कड़ी कार्रवाई होगी, चाहे वो डकैत हो या उसका बाप।
गुरुवार को आखिर मुख्यमंत्री को ही करना पड़ा। शुक्रवार को मोहन सरकार के इंदौर से जुड़े एक काबीना मंत्री, इंदौर आते ही बोले, लेकिन इंदौर में ही ‘मारे-मारे’ फिर रहे दूसरे मंत्री महोदय के लफ्ज आज तक गुमशुदा हैं। महिला नेतृत्व भी महिलाओं से जुड़े मसले पर मुंह पर पल्लू बांधे हुए हैं। इन सबके बीच सीएम ने बहुसंख्यक समाज की बहन-बेटियों की आबरू-अस्मत-इज्जत से जुड़े इस मुद्दे पर जरूर सरकार की ही नहीं, अपने दल की भी लाज बचा ली। बस, अब सबको सीएम की दो-टूक के बाद पुलिस प्रशासन से कठोर कार्रवाई का इंतजार है।