
भोपाल। मध्य प्रदेश में मानसून ने पूरे राज्य को कवर कर लिया है। बीते 24 घंटों में झमाझम बारिश ने जहां लोगों को राहत दी, वहीं कई जगहों पर आफत भी बरपा दी। राज्य के 24 जिलों में जोरदार बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ है। शिवपुरी में उफनती पुलिया से ट्रैक्टर बह गया, ग्वालियर में सड़क धंसने से तलघर ढह गया और धार में एक युवक की नदी में डूबकर मौत हो गई। मौसम विभाग ने अगले चार दिनों तक कई जिलों में भारी से अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
बारिश से कई जगह टूटी सड़कें
शिवपुरी जिले के कुंअरपुर गांव में शुक्रवार को एक ट्रैक्टर उफनती पुलिया पार करते वक्त बह गया। गनीमत रही कि स्थानीय ग्रामीणों ने ट्रैक्टर सवार चारों लोगों को बचा लिया। धार जिले के मांडू में खुद नदी में एक युवक की डूबने से मौत हो गई। ग्वालियर में तेज बारिश से एक सड़क धंस गई जिससे एक घर का तलघर भी ढह गया। आसपास के मकानों में दरारें आ गईं। श्योपुर में खिरखिरी नदी उफान पर है, जिससे कई गांवों का संपर्क टूट गया है।
बारिश से तापमान में आई गिरावट
तेज बारिश और बादलों के कारण कई शहरों में दिन का तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया। पचमढ़ी में दिन का तापमान केवल 23.8°C दर्ज किया गया। वहीं, भोपाल 30.7°C, इंदौर 28.6°C, ग्वालियर 30.4°C, उज्जैन 30.5°C और जबलपुर 28.8°C रहा।
अगले 4 दिन का मौसम पूर्वानुमान
21 जून (शनिवार):
अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट: सतना, मैहर, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली
भारी बारिश: ग्वालियर, मुरैना, शिवपुरी, अशोकनगर, सागर, दमोह, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना
येलो अलर्ट: भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर समेत अन्य जिले
22 जून (रविवार):
अति भारी बारिश का अलर्ट: टीकमगढ़, छतरपुर, निवाड़ी, सतना, मैहर, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली
भारी बारिश: ग्वालियर, भिंड, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, रायसेन, सागर, दमोह, पन्ना
येलो अलर्ट: अन्य जिलों में आंधी-बारिश की संभावना
23 जून (सोमवार):
अति भारी बारिश: ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, शिवपुरी, दतिया
भारी बारिश: गुना, अशोकनगर, सागर, दमोह, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, शहडोल, अनूपपुर
येलो अलर्ट: भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर समेत अन्य जिले
24 जून (मंगलवार):
अति भारी बारिश का अलर्ट: सागर, दमोह
भारी बारिश: शिवपुरी, अशोकनगर, विदिशा, रायसेन, पन्ना, कटनी, जबलपुर, सीधी, डिंडौरी, मंडला, बालाघाट
आंधी-बारिश: बाकी जिलों में भी चेतावनी
क्यों हो रही इतनी बारिश?
मौसम विभाग के अनुसार मध्यप्रदेश पर फिलहाल तीन बड़े सिस्टम सक्रिय हैं:
- कम दबाव का क्षेत्र पूर्वोत्तर झारखंड-पश्चिम बंगाल की ओर बना है
- साइक्लोनिक सर्कुलेशन दक्षिण-पश्चिमी और उत्तर-पूर्वी राजस्थान पर
- ट्रफ लाइन दक्षिण पंजाब से लेकर असम तक बनी है, जो एमपी को भी प्रभावित कर रही है
- इसके अलावा बंगाल की खाड़ी में 26 जून को एक और कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है, जिससे जून के अंत तक रुक-रुककर बारिश का सिलसिला जारी रहेगा।
5 दिन में पूरा मध्यप्रदेश भीगा
इस बार मानसून 15 जून की सामान्य तारीख के आसपास ही एमपी में प्रवेश कर गया। शुरुआत में धीमा रहा, लेकिन तीन दिन में 53 जिलों को कवर कर लिया। 21 जून तक भिंड और मऊगंज जैसे बचे हुए जिले भी भीग गए। पिछले साल मानसून 21 जून को आया था, लेकिन इस बार ये समय पर और सक्रिय दिख रहा है।