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शिवपुरी : तेरहवीं के भोजन के बाद बिगड़ी लोगों की तबीयत, बच्चे-बुजुर्ग सहित 255 लोग हुए बीमार

शिवपुरी। जिले के छीरारी गांव में तेरहवीं के भोज के बाद फैली फूड प्वाइजनिंग की स्थिति ने शुक्रवार को और चिंताजनक रूप ले लिया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम को शुक्रवार को 6 और नए मरीज मिले, जिसके बाद कुल पीड़ितों की संख्या 255 हो चुकी है। हालांकि प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की मुस्तैदी के चलते हालात अब पूरी तरह नियंत्रण में बताए जा रहे हैं।

तेरहवीं के भोज के बाद बिगड़े हालात

दरअसल, ये मामला बुधवार को छीरारी गांव में आयोजित तेरहवीं के भोज के बाद सामने आया, जहां भोजन करने के कुछ घंटों बाद ही ग्रामीणों को उल्टी, दस्त और पेट दर्द की शिकायत होने लगी। शुरुआत में दर्जनों मरीज सामने आए, लेकिन धीरे-धीरे पूरे गांव में इसका असर फैल गया।

बच्चों और बुजुर्गों समेत पूरा गांव चपेट में

सूचना के बाद स्वास्थ्य की दो टीमें गांव पहुंची और पीडितों की जांच शुरू कर दी। बीमारों में 107 महिलाएं, 116 पुरुष, 7 बच्चे और 25 बुजुर्ग शामिल हैं। जिनमें 60 वर्ष से अधिक आयु के 14 पुरुष और 11 महिलाएं हैं। गांव में अधिकांश घरों से कोई न कोई सदस्य उल्टी-दस्त की चपेट में आया है।

स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन ने संभाली कमान

सीएमएचओ डॉ. संजय ऋशेश्वर ने बताया कि छीरारी और पास के सिद्धपुरा गांव में डॉक्टरों की टीम लगातार निगरानी में लगी है। गांव में स्वास्थ्य शिविर लगाए गए हैं और घर-घर जाकर जांच और उपचार किया जा रहा है। अब तक किसी भी मरीज की हालत गंभीर नहीं पाई गई है और न ही किसी को जिला अस्पताल या अन्यत्र रेफर करने की जरूरत पड़ी है।

भोजन में मिला संदिग्ध घी और रिफाइंड तेल

प्रारंभिक जांच में भोजन में प्रयुक्त घी या रिफाइंड तेल को संदिग्ध माना जा रहा है। गुरुवार शाम को फूड इंस्पेक्टर आशुतोष मिश्रा ने गांव पहुंचकर भोज में परोसे गए पूड़ी, मालपुआ, बर्फी, घी और रिफाइंड तेल के सैंपल एकत्र किए और जांच के लिए लैब भेज दिए हैं। सैंपल की रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि आखिर किस खाद्य सामग्री में खराबी थी।

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