
12 जून को अहमदाबाद में हुए भीषण विमान हादसे के बाद अब एअर इंडिया के CEO कैम्पबेल विल्सन ने एक बयान जारी कर स्थिति स्पष्ट करने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि फ्लाइट AI-171, जो लंदन के लिए उड़ान भरते ही दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी, वह पूरी तरह से सुरक्षित और मेंटेन थी और उसमें किसी तरह की तकनीकी समस्या उड़ान से पहले रिपोर्ट नहीं हुई थी।
विमान का रखरखाव पूरी तरह नियमित था
CEO विल्सन ने कहा कि क्रैश हुआ बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान जून 2023 में बड़े मेजर चेक से गुजरा था और अगला निरीक्षण दिसंबर 2025 के लिए तय था।
उन्होंने जानकारी दी, दाएं इंजन का ओवरहॉल मार्च 2025 में हुआ था। वहीं, बाएं इंजन का निरीक्षण अप्रैल 2025 में हुआ था। इन सभी मरम्मत और निरीक्षणों के बाद, विमान और उसके इंजन नियमित निगरानी में थे और कोई खराबी नहीं पाई गई थी।
दोनों पायलट थे अनुभवी
विल्सन ने बताया कि दुर्घटनाग्रस्त फ्लाइट का नेतृत्व कैप्टन सुमीत सभरवाल कर रहे थे, जो 10,000 घंटे से अधिक वाइडबॉडी एयरक्राफ्ट उड़ाने का अनुभव रखते थे। फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर के पास भी 3,400 घंटे से अधिक की फ्लाइंग एक्सपीरियंस थी।
विल्सन ने कहा कि इस हादसे में 241 यात्री और क्रू सदस्य तथा 34 अन्य नागरिकों की मौत ने पूरे एअर इंडिया परिवार को गहरे शोक में डाल दिया है। उन्होंने कहा, “शब्द इस त्रासदी का दर्द बयां नहीं कर सकते। हम पीड़ित परिवारों की हरसंभव मदद के लिए प्रतिबद्ध हैं और अधिकारियों के साथ मिलकर हादसे के कारणों की गहराई से जांच कर रहे हैं।”
33 ड्रीमलाइनर विमानों की गहन जांच शुरू
DGCA (नागर विमानन महानिदेशालय) के निर्देश पर, एअर इंडिया ने अपने पूरे 33 बोइंग 787 बेड़े की सुरक्षा जांच शुरू कर दी है। अब तक 26 विमानों की जांच पूरी हो चुकी है और उन्हें सेवा के लिए क्लियर कर दिया गया है। बाकी विमान नियत रखरखाव में हैं और अतिरिक्त सुरक्षा जांच के बाद ही सेवा में लौटेंगे।
DGCA ने पुष्टि की है कि एअर इंडिया का बोइंग 787 फ्लीट और मेंटेनेंस प्रक्रिया पूरी तरह सुरक्षा मानकों पर खरी उतरती है।
15% इंटरनेशनल उड़ानों में कटौती
सुरक्षा जांच में लगने वाले अतिरिक्त समय और उड़ानों पर इसके प्रभाव को ध्यान में रखते हुए, एअर इंडिया ने 20 जून से 15% इंटरनेशनल वाइडबॉडी फ्लाइट्स में कटौती करने का निर्णय लिया है, जो कम से कम जुलाई मध्य तक लागू रहेगा। कंपनी उन सभी यात्रियों से संपर्क करेगी जिनकी फ्लाइट प्रभावित होगी। उन्हें या तो दूसरी फ्लाइट पर रीबुकिंग (बिना अतिरिक्त शुल्क) दी जाएगी या पूरा रिफंड का विकल्प मिलेगा।
12 जून को हुआ प्लेन हादसा
12 जून को दोपहर करीब 1:38 बजे अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से लंदन के लिए उड़ान भरने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर टेकऑफ के कुछ मिनट बाद मेघाणीनगर में बीजे मेडिकल कॉलेज के परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस भयावह हादसे में विमान में सवार 242 यात्रियों और क्रू के सदस्यों में से 241 की मौत हो गई, जिसमें गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी शामिल थे। केवल एक यात्री, विश्वास कुमार रमेश चमत्कारिक रूप से बच गए।
विमान के मलबे से ब्लैक बॉक्स बरामद किया गया है, जो हादसे के कारणों का पता लगाने में मदद करेगा। हादसे में मेडिकल कॉलेज के 5 छात्रों सहित 29 अन्य लोगों की भी जान गई। केंद्र सरकार ने जांच के लिए उच्च स्तरीय समिति गठित की है और पीड़ितों के परिवारों को मुआवजा देने की घोषणा की गई है।