
मुंबई। पिछले हफ्ते अहमदाबाद से टेकऑफ के कुछ सेकंड बाद दुर्घटनाग्रस्त हुए एयर इंडिया की फ्लाइट AI 171 में सवार 26 वर्षीय केबिन क्रू मेंबर रोशनी सोनघारे का गुरुवार को अंतिम संस्कार मुंबई के डोंबिवली में किया गया। उनके अंतिम संस्कार में सैकड़ों लोग शामिल हुए, जिनमें राजनेता, एयर इंडिया अधिकारी, रिश्तेदार और उनके पड़ोसी मौजूद थे।
ताबूत देख बेसुध हुईं रोशनी की मां
रोशनी की मां राजश्री सोनघारे घरेलू सहायिका हैं। उन्होंने बेटी के ताबूत को देखकर बेहोश हो गईं। छोटी सी झोपड़ी में बेटे विवेक और बेटी रोशनी को पाला-पोसा। रोशनी की मौत ने इस परिवार की दुनिया उजाड़ दी।
छोटे से कमरे से शुरू हुई बड़े सपने की उड़ान
रोशनी के मामा प्रवीन सुखदरे ने बताया, “वो हमेशा से उड़ना चाहती थी। उसके माता-पिता ने अपनी सारी जमा-पूंजी उसके सपनों के लिए लगा दी थी।”
रोशनी की शुरुआती शिक्षा ग्रांट रोड स्थित सरस्वती स्कूल में हुई और फिर संत गाडगे महाराज कॉलेज, गिरगांव से स्नातक किया।
SpiceJet से सफर शुरू कर Air India तक पहुंची
केबिन क्रू की ट्रेनिंग अंधेरी में पूरी करने के बाद रोशनी ने अपना करियर स्पाइसजेट से शुरू किया। तीन साल की सेवा के बाद उन्होंने 2024 में एयर इंडिया जॉइन किया था। उनका सपना था कि वे एक दिन अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में काम करें।
अगले साल मार्च में थी शादी
उनके भाई विघ्नेश ने बताया कि रोशनी एक हफ्ते पहले ही रत्नागिरी जिले के अपने गांव मंडसंगड गई थीं। वहां उन्होंने त्योहार मनाया, रिश्तेदारों से मिलकर विदा ली, लेकिन किसी को नहीं पता था कि यह उनकी आखिरी मुलाकात होगी। अगले साल मार्च में रोशनी की शादी तय थी।
एक सहयोगी ने बताया, “वो हमेशा हंसती रहती थी। कठिन दिनों में भी वह सबका मनोबल बढ़ाती थी। उसकी ऊर्जा अद्भुत थी।”
रोशनी एक सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर भी थीं, जिनके इंस्टाग्राम पर 90,000 से अधिक फॉलोअर्स थे।
अंतिम संस्कार में पहुंचे नेता और एयर इंडिया अधिकारी
पूर्व मंत्री जगन्नाथ पाटिल, भाजपा नेता मंदर हाल्बे, कल्याण ग्रामीण के विधायक, टाटा संस के सीएफओ सौरभ अग्रवाल और एयर इंडिया के केबिन क्रू ऑपरेशन्स प्रमुख एनजी जु ली सहित कई लोग अंतिम संस्कार में शामिल हुए।
उनके पड़ोसी ने कहा, “हम उसकी मुस्कान को कभी नहीं भूल पाएंगे। वो पूरे मोहल्ले की शान थी। उसका जाना पूरे समाज के लिए नुकसान है।
12 जून को हुआ प्लेन हादसा
12 जून को दोपहर करीब 1:38 बजे अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से लंदन के लिए उड़ान भरने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर टेकऑफ के कुछ मिनट बाद मेघाणीनगर में बीजे मेडिकल कॉलेज के परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस भयावह हादसे में विमान में सवार 242 यात्रियों और क्रू के सदस्यों में से 241 की मौत हो गई, जिसमें गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी शामिल थे। केवल एक यात्री, विश्वास कुमार रमेश चमत्कारिक रूप से बच गए।
विमान के मलबे से ब्लैक बॉक्स बरामद किया गया है, जो हादसे के कारणों का पता लगाने में मदद करेगा। हादसे में मेडिकल कॉलेज के 5 छात्रों सहित 29 अन्य लोगों की भी जान गई। केंद्र सरकार ने जांच के लिए उच्च स्तरीय समिति गठित की है और पीड़ितों के परिवारों को मुआवजा देने की घोषणा की गई है।