
भोपाल। मध्य प्रदेश में आखिरकार मानसून ने दस्तक दे दी है। सोमवार दोपहर बाद बड़वानी, खरगोन, खंडवा और बुरहानपुर के रास्ते मानसून प्रदेश में प्रवेश कर चुका है। मौसम विभाग के अनुसार, इस बार मानसून तय तारीख 15 जून से एक दिन देरी से यानी 17 जून को पहुंचा है। हालांकि, पिछले साल यह 21 जून को आया था। आने वाले दिनों में यह तेजी से पूरे प्रदेश में फैल जाएगा और 26 जून तक ग्वालियर-चंबल तक पहुंच जाएगा।
अगले चार दिन ऐसा रहेगा मौसम
मौसम विभाग ने 17 से 20 जून तक प्रदेश के अधिकांश जिलों में तेज आंधी और बारिश का अलर्ट जारी किया है। खासकर 18 और 20 जून को कुछ जिलों में भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।
17 जून को
भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर, रीवा, सतना, सागर, दमोह, छतरपुर, पन्ना, बालाघाट, मंडला, कटनी, डिंडोरी, शहडोल, उमरिया सहित 50 से अधिक जिलों में तेज आंधी और बारिश का अनुमान है। हवा की रफ्तार 40 से 60 किमी प्रतिघंटा तक हो सकती है।
18 जून को
अनूपपुर, डिंडौरी और बालाघाट में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही भोपाल, ग्वालियर, रीवा, सीधी, पन्ना, टीकमगढ़, सिंगरौली जैसे जिलों में भी बारिश की संभावना जताई गई है।
19 जून को
राजधानी भोपाल सहित उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर, सतना, बालाघाट, सिवनी, छिंदवाड़ा, धार, खंडवा, बड़वानी, श्योपुर, डिंडोरी जैसे जिलों में आंधी-बारिश का दौर जारी रहेगा।
20 जून को
कटनी में अति भारी बारिश का अलर्ट है। जबकि शहडोल, डिंडोरी, झाबुआ, खंडवा और उमरिया में भी भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। वहीं, नीमच, मंदसौर, शाजापुर, सीहोर, आगर-मालवा में मौसम साफ रह सकता है।
इन जिलों में हो चुकी है मानसूनी बारिश
मानसून की एंट्री के साथ ही बड़वानी, खरगोन, खंडवा और बुरहानपुर में सोमवार को अच्छी बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा छतरपुर, रीवा, मंडला, धार, गुना, रतलाम, सागर, सतना, बालाघाट, टीकमगढ़, अशोकनगर और हरदा में भी बारिश का दौर चला। राजधानी भोपाल में शाम को मौसम बदल गया और कुछ इलाकों में हल्की बूंदाबांदी हुई।
बारिश से तापमान में गिरावट
बारिश के चलते सोमवार को प्रदेश के अधिकतर शहरों में तापमान 40 डिग्री से नीचे चला गया। केवल नर्मदापुरम में ही पारा 40.2 डिग्री दर्ज हुआ। पचमढ़ी सबसे ठंडा रहा, जहां दिन का अधिकतम तापमान 31.2 डिग्री और न्यूनतम 17.6 डिग्री सेल्सियस रहा। भोपाल में 37.5 डिग्री, इंदौर में 34.6, ग्वालियर में 37 और जबलपुर में 38 डिग्री तापमान रिकॉर्ड किया गया।
हवा की गुणवत्ता में भी सुधार
बारिश और ठंडी हवाओं के कारण वायु गुणवत्ता में भी सुधार आया है। देवास की हवा सबसे साफ रही, जहां AQI सिर्फ 59 रहा। इसके बाद भोपाल का 62, इंदौर का 69, जबलपुर का 74 और ग्वालियर का AQI 129 दर्ज किया गया।
कौन-कौन से सिस्टम हैं सक्रिय
मौसम विभाग के अनुसार, इस समय प्रदेश में तीन साइक्लोनिक सर्कुलेशन, एक ट्रफ लाइन और एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हैं। इसके अलावा अरब सागर की ब्रांच से आया मानसून भी अब सक्रिय हो चुका है, जिससे बारिश की गतिविधियां तेज हो गई हैं। हालांकि, बंगाल की खाड़ी से आने वाला सिस्टम अधिक असरदार माना जाता है, और उसके सक्रिय होते ही अच्छी बारिश की उम्मीद बढ़ जाएगी।
इस बार सामान्य से ज्यादा बारिश की संभावना
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने इस बार जून से सितंबर के बीच मध्यप्रदेश में सामान्य से अधिक यानी लगभग 104 से 106% बारिश की संभावना जताई है। इसका मतलब है कि प्रदेश में इस बार औसतन 40 इंच से अधिक बारिश हो सकती है। अब तक की परिस्थितियां इसी पूर्वानुमान की पुष्टि कर रही हैं।
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