
सोहागपुर। मढ़ई के कोर जोन में सक्रिय एक हमलावर बाघ शावक ने पिछले बीस दिनों में दो बार वनकर्मियों पर हमला कर इलाके में दहशत फैला दी है। इसे देखते हुए पार्क प्रबंधन अब इस बाघ शावक को वन विहार भोपाल भेजने की तैयारी में जुट गया है। रेस्क्यू ऑपरेशन की पूर्व तैयारी के तहत उसकी गतिविधियों की निरंतर निगरानी की जा रही है और उसके व्यवहार पर बारीकी से नजर रखी जा रही है।
फील्ड डायरेक्टर ने किया क्षेत्र का दौरा
वन्य जीव गतिविधियों की समीक्षा और शावक की निगरानी व्यवस्था का जायजा लेने के लिए फील्ड डायरेक्टर राखी नंदा ने हाल ही में मढ़ई के कोर जोन का दौरा किया। उन्होंने मौके पर वनकर्मियों से मुलाकात की और गश्ती दल की तैयारियों की समीक्षा की। इस निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को विशेष सतर्कता के साथ गश्त करने के निर्देश दिए गए।
हाथियों और वाहनों से हो रही गश्त
मढ़ई के सहायक संचालक अंकित जामोद ने जानकारी दी कि वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर इलाके में अब हाथियों और वाहनों के माध्यम से सामूहिक गश्त शुरू कर दी गई है। उनका कहना है कि इस पूरी प्रक्रिया में सबसे पहली प्राथमिकता मानव जीवन की सुरक्षा है। उन्होंने बताया कि जब तक बाघ शावक को रेस्क्यू कर स्थानांतरित नहीं किया जाता, तब तक पर्यटकों की आवाजाही को लेकर सतर्कता बरती जा रही है। साथ ही, रेस्क्यू ऑपरेशन को शुरू करने के लिए वन विभाग को उच्च अधिकारियों की अनुमति का इंतजार है।
दो वनकर्मी हो चुके हैं शिकार
गौरतलब है कि यह शावक फायर लाइन क्षेत्र में विचरण करने वाली एक बाघिन का संतान है। हाल ही में दो वन चौकीदार इस बाघ शावक के हमले का शिकार हो चुके हैं। पहले हमले में एक चौकीदार ने पेड़ पर चढ़कर अपनी जान बचाई थी, जबकि दोनों ही घायल वनकर्मियों का इलाज भोपाल के एक निजी अस्पताल में जारी है। इन घटनाओं के बाद पार्क प्रबंधन की ओर से खतरे की गंभीरता को समझते हुए तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।